अलप्पुझा : केरल के अलप्पुझा में 151 वर्ष पुरानी एक चर्च बाढ़ के कारण एकाएक धराशायी हो गई. हालांकि राहत की खबर यह रही की इस घटना में कोई जख्मी नहीं हुआ. दरअसल, स्थानीय लोगों को अफसरों ने पहले ही सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया था. लेकिन बाढ़ के कारण यह चर्च पूरी तरीके से बर्बाद हो गई है.
अफसरों ने इस बारें में बताया कि मंगलवार को पानी को रोकने वाला एक बांध टूट गया. इस कारण से छंगम कुरुवेली पादशेखरम में अवस्थित सेंट पॉल सीएसआई चर्च गिर गई. ये चर्च धान के 2 खेतों के बीच में बना हुआ था. इस कारण से पानी इस चर्च तक सरलता से पहुंच गया. बता दें केरल में ईसाई धर्म से जुड़े कई प्राचीन धर्म स्थल उपस्थित हैं. ये धर्म स्थल लगभग एक सदी से भी अधिक पुराने हैं. ईसाई धर्म के प्रचारक सेंट थॉमस ईस्वी 58 में ही केरल आ गए थे. हालांकि इस वक्त तक पश्चिम के अधिकतर देशों में ईसाई धर्म पहुंचा ही नहीं था.
बता दें केरल के इडुक्की डिस्ट्रिक्ट के मुल्लापेरियार बांध में जलस्तर मंगलवार को 136.85 फुट पर पहुंच गया है. वहीं, पूरे क्षेत्र में पानी के सिवा कुछ और दिखाई नहीं दे रहा है. यहां पर घरों में पानी घुस गया है. केरल के कोट्याम में भी बाढ़ की वजह से हालात बेकाबू हो गए हैं, जिसके बाद बोट सर्विस पर रोक लगा दी गई है. केरल के अलावा कर्नाटक में बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में अब तक सोलह लोगों की जान जा चुकी है, वहीं 4 लोग लापता हैं. प्रदेश में इस महीने की शुरूआत से प्रचंड बारिश हो रही है.
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