कोच्ची: केरल के एर्नाकुलम में आज रविवार (28 अक्टूबर) को एक कन्वेंशन सेंटर में एक के बाद एक, तीन ब्लास्ट हुए। घटना में एक महिला की मौत हो गई, जबकि 35 लोगों के घायल होने की जानकारी सामने आई है। रिपोर्ट्स के अनुसार, कलामासेरी में स्थित इस कन्वेंशन सेंटर में सुबह साढ़े 9 बजे के करीब लोग प्रार्थना कर रहे थे, उसी दौरान 5 मिनट के भीतर लगातार तीन विस्फोट हुए। इन्हे आतंकी हमला माना जा रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, जेहोवाज विटनेसेस संस्थान के स्थानीय प्रवक्ता टीए श्रीकुमार ने कहा कि कन्वेंशन हॉल में 9:45 बजे तीन ब्लास्ट हुए। लोगों की प्रार्थना खत्म होने के कुछ ही सेकेंड के अंदर ही ये ब्लास्ट हुए। पहला धमाका हॉल के बीचो-बीच हुआ। कुछ सेकेंड बाद हॉल के दोनों ओर दो और ब्लास्ट हुए। बता दें कि, एर्नाकुलम में जहां धमाका हुआ है, उसके आसपास अच्छी तादाद में यहूदी समुदाय के लोग रहते हैं।
दो दिन पहले यहां हमास के समर्थन में हुई थी रैली:-
बता दें कि, दो दिन पहले मल्लपुरम में फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के समर्थन में एक रैली भी हुई थी, जिसमे यहूदीवाद और हिंदुत्व को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया गया था। ये रैली जमात ए इस्लामी के एक विंग ने आयोजित की थी, जिसमे बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग शामिल हुए थे और इस रैली में हमास के आतंकी खालिद मशाल ने भाषण भी दिया था। इसके बाद अब केरल के एर्नाकुलम में ये आतंकी हमला हुआ है, जिसके बाद IB और NIA की टीम मौके पर पहुंची हुई है। धमाके के दौरान कन्वेंशन सेंटर में लगभग 2 हजार लोग मौजूद थे। जिले के सभी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है।
हालाँकि, अभी धमाके की वजह सामने नहीं आई है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने विस्फोट में जख्मी हुए लोगों को बेहतर उपचार करने के लिए विभाग के अफसरों को निर्देश जारी किया गया है। एर्नाकुलम के सभी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है। मंत्री ने डॉक्टरों सहित सभी स्वास्थ्य कर्मियों को, जो अवकाश पर हैं, तुरंत लौटने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही कलामासेरी मेडिकल कॉलेज, एर्नाकुलम जनरल हॉस्पिटल और कोट्टायम मेडिकल कॉलेज में अतिरिक्त सुविधाएं बढ़ाने के भी निर्देश दिए गए हैं। बता दें कि, केरल को आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (ISIS) का भर्ती अड्डा माना जाता है, यहाँ से कई मुस्लिम युवा आतंकी बनने के लिए अफगानिस्तान और सीरिया जैसे देशों में जा चुके हैं और अब भी राज्य में प्रतिबंधित कट्टरपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया (PFI) काफी सक्रीय है। बता दें कि, PFI वही संगठन है, जो 2047 तक भारत को पूरी तरह मुस्लिम राष्ट्र बनाने के मिशन पर काम कर रहा है।
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