नई दिल्ली: केरल नन दुष्कर्म मामले के आरोपी बिशप फ्रैंको मुलक्कल ने शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखटाया है. मुलक्कल ने कोर्ट से गुजारिश की है कि उसके खिलाफ लगाए गए आरोप हटा दिए जाएं. दूसरी तरफ केरल सरकार और पीड़ित नन ने सर्वोच्च न्यायालय में कैविएट दाखिल करते हुए कहा है कि कोई भी फैसला देने से पहले उनका पक्ष अवश्य सुना जाए. इस मामले में अगली सुनवाई 5 अगस्त को की जाएगी.
उल्लेखनीय है कि, केरल उच्च न्यायालय ने 7 जुलाई को एक सुनवाई में मुलक्कल को राहत देने से साफ़ मना कर दिया था. उच्च न्यायालय ने मुलक्कल को प्रथम दृष्टया आरोपी माना है. इसके बाद बिशप सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है. कुछ दिन पहले उसके खिलाफ गैर-जमानती वॉरंट जारी किया गया था. इसके साथ ही उसकी जमानत भी निरस्त की जा चुकी है. इसे देखते हुए उसने शीर्ष अदालत से राहत की गुहार लगाई है.
आपको बता दें कई, वर्ष 2018 में कोट्टायम जिले में एक घटना प्रकाश में आई थी जिसमें बिशप फ्रैंको मुलक्कल के खिलाफ एक नन ने शिकायत दर्ज कराई थी. नन ने कहा था कि बिशप ने साल 2014-16 में उसके साथ दुष्कर्म किया. बाद में 21 सितंबर 2018 को इस मामले की जांच कर रही SIT ने मुलक्कल को अरेस्ट कर लिया था. फ्रैंको मुलक्कल पर बंधक बनाकर दुष्कर्म, अप्राकृतिक यौन संबंध जैसे गंभीर आरोप लगे हैं. 16 अक्टूबर 2018 को उसे बेल दे दी गई थी.
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