तिरुवनंतपुरम: इस समय केरल के लिए प्रार्थना करने के अलावा हमारे हाथों में कुछ भी नहीं है. केरल काफी लम्बे समय से बाढ़ से जूझ रहा है और अब तक वहां पर करोड़ो का नुक्सान हो चुका है, अब असर थोड़ा कम हो गया है लेकिन फिर भी लोगों के जहन में बाढ़ का वो दृश्य घर कर गया है. बाढ़ से कई लोगों ने अपने चाहने वालों को खोया है, लोगों ने अपना घर अपना सब कुछ खो दिया है और अब लोग एक नए सिरे से जिंदगी शुरू करने में जुट गए हैं. केरल के सभी स्थलों का हाल बुरा है जिसे सही होने में अभी बहुत समय लगने वाला है. केरल का सबसे प्रमुख और खूबसूरत स्थल मुन्नार भी इस तबाही से नहीं बच पाया.
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कभी मुन्नार की सड़कें लोगों के लिए सबसे खूबसूरत सड़कें हुआ करती थीं लेकिन अब वही सड़के बदसूरत हो चुकीं हैं. ऐसे में केरल वालों के लिए एक फूल खुशियां लेकर आया है. जी हाल, 12 साल में एक बार खिलने वाला फूल नीलकुरुंजी नीलगिरि की पहाड़ियों पर खिलने लगा है और यह केरल के लिए नए जीवन का एक नया संदेश है. बाढ़ के पहले इस फूल को देखने के लिए लाखो लोग मुन्नार गए थे और अब इस फूल के खिलने पर केरल में एक नया माहौल बन गया है. बाढ़ से जूझ रहे लोगों के लिए यह एक नयी ख़ुशी का संकेत है.
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यह फूल खिलने लगे हैं और यह अक्टूबर अंत तक खिलते रहेंगे इनकी खूबसूरती काफी कमाल होती है जो जल्द ही केरल में छाने वाली है. अब धीरे-धीरे केरल के मौसम में सुधार हो रहा है और हो सकता है आने वाले समय में यहाँ लोग इस फूल को देखने भी आने लगें. इस फूल को देखने वालों की संख्या लाखो में होती है और यहाँ इन्हे देखने के लिए टिकिट भी लगते हैं जो वयस्कों के लिए 120 रुपये, बच्चों के लिए 90 रुपये, जबकि विदेशी नागरिकों के लिए 400 रुपये होते हैं.
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