कोच्चि : केरल की सरकार ने मान लिया है कि प्रदेश में कोरोना का कम्युनिटी ट्रांसमिशन शुरू हो गया है. इस तरह केरल भारत का ऐसा पहला प्रदेश बन गया है, जहां ऑफिसियल तौर पर कोरोना के कम्युनिटी ट्रांसमिशन की बात मान ली गई है. प्रदेश सरकार का ये मानना है कि कोरोना संक्रमण अब केरल के रिहायशी इलाकों से लेकर गांवों तक पैर पसार लिए है. कम्युनिटी ट्रांसमिशन का अर्थ है कि इसके सोर्स का पता लगाना डिफिकल्ट हो गया है और कुछ क्षेत्र में किसी को भी कोरोना का वायरस हो सकता है.
बुधवार को केरल में पहली बार एक दिन में कोरोना के सबसे अधिक 1038 केस सामने आए. इसके बाद से कुल संक्रमितों का आंकड़ा स 15032 पहुंच गया है. बुधवार तक कोरोना के सक्रिय मामलों का आंकड़ा 8,818 था. बुधवार को ही मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बोला था कि 785 लोग पहले से कोरोना संक्रमित इंसान के संपर्क में आने से पॉजिटिव हुए जबकि 57 अन्य लोगों को कोरोना संक्रमण कहां से लगा है, इसकी सूचना नहीं है. हालांकि ये आशंका जताई जा रही थी कि प्रदेश में संक्रमण का कम्युनिटी ट्रांसमिशन हो रहा है.
बता दें की बुधवार को प्रदेश में 20,847 सैंपल की पड़ताल की गई है. लगभग 1,59,777 लोग निगरानी में हैं, जिनमें से 9,031 लोग हॉस्पिटलों में एडमिट है. 1164 लोगों को एक ही दिन में हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया. सीएम के अनुसार, तिरुवनंतपुरम में परिस्तिथि बेहद गंभीर बनी हुई है. डिस्ट्रिक्ट के 226 केसों में से 190 संक्रमित लोगों के कांटेक्ट में आने से पॉजिटिव हुए जबकि पंद्रह लोगों को कहां से संक्रमण लगा इसकी सूचना नहीं है. इसके अलावा पॉजिटिव लोगों में 8 स्वास्थ्य कर्मी हैं.
भोपाल में 24 जुलाई से 10 दिन का लॉक डाउन, इंदौर कलेक्टर बोले - अभी जरुरत नहीं
उत्तर प्रदेश: चार गोलियां लगने के पश्चात् प्रेमिका और बेटी की हत्या करने वाले शमशाद हुआ गिरफ्तार
बाढ़ के मध्य ट्रैक्टर चलाकर शिकायत का निस्तारण करने गांव पहुंचे कोतवाल: उत्तर प्रदेश