नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र के बाद अब केरल की झांकी को भी गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल होने की अनुमति नहीं दी गई है. केरल ने अपनी झांकी के लिए थेय्यम और कलामंडलम के पारंपरिक कला का प्रस्ताव रखा था. इस प्रस्ताव को रक्षा मंत्रालय की चयन समिति ने खारिज कर दिया है. इससे पहले महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल की झांकियों को अनुमति नहीं दी गई थी.
इस वर्ष परेड समारोह के लिए कुल 56 झांकियों के प्रस्ताव आए थे, जिनमें से 28 का चुनाव किया गया है। बता दें कि ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो समारोह के मुख्य अतिथि होंगे। मंत्रालय के अनुसार, बंगाल की झांकी को पहले परेड की प्रक्रिया के हिसाब से चुन लिया गया था। 2020 में होने वाले गणतंत्र दिवस परेड में कुल 56 झांकियों के प्रस्ताव प्राप्त हुए थे। इनमें 32 प्रस्ताव राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मंत्रालयों या विभाग से थे।
मंत्रालय के मुताबिक, इन झांकियों के चुनाव के लिए विशेषज्ञ समिति में पांच दौर की मीटिंग की। इसके बाद इनमें से 16 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 22 प्रस्तावों और मंत्रालयों तभा विभागों की छह झांकियों को परेड के लिए चयनित किया गया। आपको बता दें कि गणतंत्र दिवस परेड के लिए राज्यों, केंद्रशासित प्रदेशों, केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों से प्रस्ताव आमंत्रित किए जाते हैं। झांकियों का चुनाव एक विशेष समिति द्वारा किया जाता है, जिसमें कला, संस्कृति, चित्रकला, मूर्तिकला, संगीत, वास्तुकला और नृत्यकला से जुड़े लोग शामिल होते हैं। यह समिति प्रस्तावों पर विचार कर अपनी अनुशंसा को रक्षा मंत्रालय को भेजती है। वक़्त की पाबन्दी को देखते हुए सीमित संख्या में ही झांकियों का चयन होता है।
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