कोच्ची: केरल के त्रिशूर जिले के चेट्टुवा से वन विभाग ने करीब 30 करोड़ रुपए की एम्बरग्रीस बरामद की है, जिसे आमतौर पर ‘व्हेल वोमिट’ के नाम से जाना जाता है. इसके साथ ही इस मामले में तीन आरोपियों को अरेस्ट भी किया गया है. वन अधिकारियों के मुताबिक, ये पहला मामला है, जब सूबे में एम्बरग्रीस बेचने वाले गिरोह को पकड़ा गया है. केरल फॉरेस्ट फ्लाइंग स्क्वायड और वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो की ओर से किए गए एक अभियान के बाद तीन सदस्यों के इस गिरोह को पकड़ा गया है.
तीनों आरोपियों की शिनाख्त मूल रूप से त्रिशूर के निवासी रफीक और फैसल और एर्नाकुलम के हम्सा के रूप में हुई है. वन विभाग को इनपुट मिला था कि एक समूह केरल में एम्बरग्रीस बेच रहा है, जिसके बाद कुछ वन अधिकारियों ने संदिग्धों से संपर्क साधा, जैसे कि वो एम्बरग्रीस खरीदना चाहते थे और फिर उन्हें गिरफ्तार कर लिया. जब्त किए गए एम्बरग्रीस का वजन लगभग 19 किलो है और अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत बहुत अधिक है. बता दें कि देश में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत एम्बरग्रीस पैदा करने वाली व्हेल का शिकार करना एक दंडनीय अपराध है. अभी ये साफ़ नहीं हो पाया है कि आरोपी को वो एम्बरग्रीस किस तरह मिली जो वो बेच रहे थे.
एम्बरग्रीस, जिसे आमतौर पर ‘व्हेल वोमिट’ के नाम से जाना जाता है, एक भूरे रंग का मोम जैसा पदार्थ होता है, जो व्हेल के पेट में बनता है. व्हेल द्वारा उल्टी किया जाने वाला ये पदार्थ पानी में तैरता है. मध्य पूर्व में ओमान का तटीय क्षेत्र एम्बरग्रीस के नाम से मशहूर है. ये पदार्थ इत्र बाजार में सोने जितना ही कीमती है.
खुशखबरी! 5 दिन सस्ते में मिलेगा सोना, सरकार दे रही है अवसर
लगातार बढ़ते जा रहे है पेट्रोल-डीजल के दाम, आज फिर हुआ भारी इजाफा