कोच्ची: केरल में पीने के पानी की किल्लत के चलते तिरुवनंतपुरम के निवासियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। शहर में जलापूर्ति में देरी के कारण सोमवार को शैक्षणिक संस्थानों में छुट्टी का ऐलान करना पड़ा। मेलरनूर इलाके में मुख्य ट्रांसमिशन लाइन में आई तकनीकी दिक्कतों की वजह से करीब 40 वार्डों में घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों को पिछले चार दिनों से पानी नहीं मिल पाया है। केरल जल प्राधिकरण (KWA) द्वारा पिछले चार दिनों से पेयजल आपूर्ति बाधित है। इसका मुख्य कारण तिरुवनंतपुरम-नागरकोइल रेलवे लाइन के काम के दौरान पाइपलाइन का अलाइनमेंट बदलना पड़ा था।
हालांकि सोमवार सुबह जलापूर्ति शुरू हो गई, लेकिन जिला प्रशासन ने ऐहतियातन स्कूलों सहित सभी शैक्षणिक संस्थानों में अवकाश की घोषणा कर दी। सोमवार को होने वाली परीक्षाएं भी स्थगित कर दी गईं। कोच्चि के कई क्षेत्रों में सोमवार दोपहर तक पानी की आपूर्ति बहाल हो गई थी, लेकिन ऊंचे इलाकों में अब भी जल संकट बना हुआ है। इस बीच, कांग्रेस के छात्र संगठन यूथ कांग्रेस और केएसयू ने दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए प्रदर्शन किया।
अधिकारियों का कहना है कि गुरुवार को मरम्मत का काम शुरू हुआ था और इसे 48 घंटों में पूरा करने का लक्ष्य था, लेकिन स्लुइस वाल्व में खामी के चलते काम में देरी हो गई। रविवार को नगर निगम और केडब्ल्यूए ने टैंकरों के जरिए पानी की आपूर्ति की कोशिश की, लेकिन पूरी तरह से पानी की मांग पूरी नहीं हो सकी। राज्य के जल संसाधन मंत्री रोशी ऑगस्टीन ने कहा है कि इस मामले की जांच की जाएगी और यह पता लगाया जाएगा कि रिसाव के कारण जलापूर्ति में हुई देरी के लिए कौन जिम्मेदार है।
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