लखनऊ : कोरोना वायरस की टेस्टिंग किट को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं. वहीं इंडियन कॉउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने उत्तर प्रदेश में उपयोग होने वाली किट की विश्वसनीयता को परखने का जिम्मा लखनऊ की किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) को दिया है. इस बीच एक और राहत की खबर सामने आई है. राज्य में कोरोना वायरस की जांच के लिए खुलने वाली 44 लैब्स में से चार में सैंपलिंग लेने का काम आरंभ हो चुका है.
इंडियन कॉउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के अनुसार, उत्तर प्रदेश में अब जितने भी टेस्ट किट इस्तेमाल किए जाएंगे, उनकी जांच केजीएमयू करेगा. अस्पताल से टेस्टिंग किट को मंजूरी मिलने के बाद ही उसे लोगों की जांच के लिए उपयोग में लाया जाएगा. आपको बता दें कि कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए राज्य सरकार ने लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) को स्टेट मेंटर घोषित किया था.
इस फैसले के बाद यूपी की योगी सरकार को राज्य में कोरोना टेस्टिंग लैब्स स्थापित करने के लिए इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) से अनुमति की आवश्यकता नहीं है. अब केजीएमयू ही नई लैब स्थापित करने के लिए मंजूरी देता है. केजीएमयू से 44 नए लैब्स को स्वीकृति मिल चुकी है. इन लैब्स के खुल जाने के बाद यूपी में हर दिन 10000 से अधिक कोविड-19 सैंपल्स की जांच हो सकेगी.
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