अद्भुत है ये बाजार, यहाँ के मटके में है धन - धान्य की आशीष

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वैसे   तो मटको का उपयोग गर्मियों में ज्यादा होता हो पर आज हम आपके साथ  लाभ को शेयर कर रहे है।  हमारे देश मे आपको कई मान्यताएं देखने को मिल जाएंगी। कई ऐसे रहस्य भी हैं जो आज तक अनसुलझे हैं लेकिन फिर भी लोग मान्यताओं को मानते हैं और उनके अनुसार चलते भी हैं। ऐसी एक मान्यता मध्यप्रदेश के शिवपुरी में स्थित प्राचीन शक्तिपीठ राजेश्वरी माता मंदिर की भी है। जिसे लोग सालों से मानते आ रहे हैं।

ध्यान देने की बात ये है की यहां के एक दुकानदार का कहना है कि मटके के अलावा सुराही, तवे, मिट्टी की कढ़ाई, बच्चों के खिलौने आदि सामान भी बनाते हैं जो यहां पर काफी पसंद किया जाता है। इसके अलावा स्थानीय कुंभकार भी अपनी मिट्टी की विभिन्न वस्तुएं और मटकी लेकर इस मेले में आते हैं। मटके के अलावा मेले में दैनिक उपयोग की वस्तुएं, मिठाई एवं खाने की दुकान आदि लगते हैं तथा ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाली महिलाएं माता के जयकारे लगाते हुए आती हैं।

आपको बताते चले की इस मंदिर में हर साल मार्च के महीने में एक मेला लगता है और वो मेला होता है मटकों का। यहां पर मिट्टी के मटकों का मेला लगता है जिसमें कई तरह के मिट्टी के मटके मिलते हैं। मान्यता है कि इस मेले से मिट्टी का मटका लेना जरूरी होता है। लोग बताते हैं कि मेले से मटका लेना शुभ होता है। साथ ही मिट्टी के बर्तन खरीदकर भरने से उस घर में साल भर धन-धान्य भरपूर रहता है। घर में किसी भी चीज की कमी नहीं आती। इसलिए लोग यहां से मटका जरूर खरीदते हैं।

मेले में मिट्टी के बर्तन लेकर आए एक दुकानदार ने बताया कि वह झांसी टीकमगढ़ से वहां की प्रसिद्ध मिट्टी के लाल मटके लेकर आए हैं। जिनको यहां तक लाने में लागत बढ़ जाती है फिर भी लोग उनको हर साल खरीदते हैं।

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