ओटावा: पाकिस्तान अपनी खुफिया एजेंसी आइएसआइ की सहायता से खालिस्तान आंदोलन की सहायता करने में जुटा हुआ है। एक ताजा सुचना के अनुसार, कनाडाई रिपोर्टर तथा खालिस्तानी आतंकी नेटवर्क पर शोधकर्ता टेरी मिल्वाइस्की की रिपोर्ट तथा पाकिस्तान के साथ उसके रिश्ते से असंतुष्ट, एक सपोटर खालिस्तानी समूह ने एक लेटर जारी किया है. जिसमें पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के सपोर्ट से लेख को बदनाम करने का प्रयास किया गया है।
वही मैकडोनाल्ड-लॉयर इंस्टीट्यूट के बोर्ड को संबोधित लेटर, जिसने रिपोर्ट प्रकाशित की, ने उस ढंग से चिंता व्यक्त की, जिसमें रिपोर्ट "एक उच्च दृश्य, नस्लीय समुदाय, जो वैध वकालत में लगी हुई है" पर व्यापक आकांक्षाएं डालती है। हालांकि, रिपोर्ट के राइटर मिल्व्स्की ने बताया कि लेख को जोर देने वाला लेटर उनके दावों के गवाह के तौर पर इससे एक भी उद्धरण मुहैया कराने में असफल रहता है. साथ ही लेटर इस तथ्य के साथ कभी विवाद नहीं करता है कि पाकिस्तान खालिस्तान आंदोलन का सपोर्ट करता है।
साथ ही मिल्वस्की ने ट्वीट किया, इस लेख को रटने वाले सिख शिक्षाविदों का एक लेटर उनके दावों के साक्ष्य के तौर पर उसमें से एक भी उद्धरण मुहैया करने में असफल रहता है। वे उस पर वार करते हैं जो यह नहीं कहता है किन्तु कभी भी अपनी बात पर विवाद नहीं करता है। पाकिस्तान खालिस्तान आंदोलन का सपोर्ट करता है। इसलिए, धन्यवाद। यह ध्यान रखना उचित है कि वेबसाइट "www.sikhscholarsresponse.com" जहां पर उभरा हुआ लेटर 15 सितंबर को रजिस्टर्ड किया गया था तथा उसी दिन यह पत्र अपलोड किया गया था। वही अब पाकिस्तान को लेकर ये एक बड़ा सच सामने आया है।
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