भोपाल: मध्य प्रदेश में कोरोना कंट्रोल करने के लिए जिस मॉडल का प्रयोग किया गया हर जगह अब उसकी तारीफ़ हो रही है। केवल इतना ही नहीं बल्कि उस मॉडल की तारीफ खुद प्रधानमंत्री मोदी ने भी की है। इन सभी के बीच अगर जमीनी हकीकत को देखें तो प्रदेश के वन मंत्री विजय शाह के क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं ने घुटने टेक दिए हैं। जी दरअसल मंत्री ने अपने विधानसभा क्षेत्र में एंबुलेंस की थी, लेकिन उनके द्वारा की गई एंबुलेस की घोषणा भारी पड़ गई। उनकी इस घोषणा के बाद भी स्वास्थ्य विभाग ने विधानसभा मुख्यालय पर पुरानी एंबुलेंस भेज दी। बताया जा रहा है पुरानी एंबुलेंस भेजने के बाद शुभारंभ भी मंत्री से कराया गया।
विभाग की पोल उस समय खुली जब एंबुलेंस स्टार्ट करने के लिए खुद मंत्री को धक्का लगाना पड़ा। इस बीच सबसे अधिक हैरानी की बात है कि एंबुलेंस की स्थिति इतनी खराब निकली कि किसी के भी धक्का लगाने से वो स्टार्ट नहीं हुई। आप सभी को बता दें कि खंडवा की हरसूद विधानसभा क्षेत्र से विजय शाह विधायक हैं। इसके अलावा वह प्रदेश सरकार में वन मंत्री है। आप जानते ही होंगे विजय शाह प्रदेश के वरिष्ठ मंत्री है और वह खंडवा जिले के कोविड प्रभारी मंत्री है।
इसी के साथ वह काफी समय से संक्रमण से निपटने तमाम तैयारियों में लगे हुए हैं। इतना कुछ होने के बावजूद वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री की घोषणा को उन्हीं के अधिकारियों ने खारिज कर दिया। आपको बता दें मंत्री ने अपने विधानसभा क्षेत्र के लिए नई एंबुलेंस की घोषणा की थी और बीते बुधवार की शाम वह अपने क्षेत्र के लिए निकले तो इससे पहले स्वास्थ्य विभाग ने वहां एंबुलेंस भेज दी। वहीं स्वास्थ्य विभाग ने जो एम्बुलेंस भेजी वह नई नहीं बल्कि पुरानी एंबुलेंस थी। यह देखकर विजय शाह बहुत भड़क गए और उसके बाद अफसरों ने मंत्री को समझाया।
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