भोजपुरी सिनेमा और संगीत की दुनिया के सुपरस्टार खेसारी लाल यादव आज अपना जन्मदिन सेलिब्रेट कर रहे है। खेसारी का जन्म बिहार (Bihar) के सिवान (Siwan) जिले में 6 मार्च 1986 को हुआ था। 35 वर्ष की आयु में उन्होंने अपने छोटे से गांव से बाहर निकलकर वह मुंबई की मायानगरी से लेकर पूरी दुनिया में फैले भोजपुरी (Bhojpuri Film Industry) और हिंदी भाषियों के मध्य अपनी पहचान बनाने में कामयाब हो चुके है। इस मुकाम तक पहुंचने में खेसारी को इतना लंबा फासला और इतना कठिन संघर्ष करना पड़ा है, इसकी कल्पना भी ढेरों लोग नहीं कर पाएंगे।
दिल्ली की सड़क पर बेचते थे लिट्टी: खेसारी ने अपने जीवन में फर्श से अर्श तक का मुकाम को अपने नाम कर लिया है। उन्होंने एक समय में बहुत ही ज्यादा गरीबी का सामना किया था। उनका जन्म बहुत गरीब परिवार में हुआ। उम्र हुई और कमाने की जरूरत महसूस हुई तो वे दिल्ली के लिए निकल गए। वहां एक धागा कंपनी में काम किया। शादी हुई और परिवार का खर्च बढ़ा तो एक समय में वे दिल्ली के ओखला क्षेत्र में सड़क किनारे अपने पिता के साथ लिट्टी बेचने लगे थे। एक समय साइकिल तक के लिए मुहताज खेसारी अब करोड़ों की संपत्ति के ऑनर भी है।
गाने की वजह से करना पड़ा तिहाड़ जेल का सफर: खेसारी को अपने एक गाने के लिए जेल तक जाना पड़ा था। मशहूर टेनिस स्टार सानिया मिर्जा की एक शिकायत की वजह से वे तीन दिन दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद रहे है। सानिया ने उनके विरुद्ध मानहानि का केस दर्ज कराया था। यह मुकदमा खेसारी के एक गाने 'टेनिस वाली सानिया खोजली दुल्हा पाकिस्तानी' को लेकर दर्ज करवाया गया था।
गाने का शौक ले गया कामयाबी की मंजिल तक: खेसारी को डांस और गाने का शौक पहले से था। यही शौक उनकी कामयाबी का कारण बना। उनके गाने बिहार के भोजपुरी क्षेत्र में बहुत लोकप्रिय होने लगे। उनकी प्रसिद्धि बढ़ी तो उन्होंने भोजपुरी के दूसरे नामचीन गायकों की तरह ही भोजपुरी सिनेमा का रुख किया। यहां भी उन्हें भरपूर कामयाबी हासिल हुई है।
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