भोपाल : मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस का खात्मा करने के लिए आज से सरकार ने किल कोरोना अभियान का शुभारंभ कर दिया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल के समन्वय में सार्थक ऐप को लांच किया है और साथ ही किल कोरोना अभियान की शुरुआत भी की है. 15 जुलाई तक चलने वाले इस अभियान में 11,458 टीमें घर-घर जाकर सर्वे करने वाली है. इस दौरान 2.5 से 3 लाख सैंपल टेस्ट किए जाएंगे. इसके साथ ही सार्थक ऐप की मदद से कोरोना को हराया जा सकेगा.
'किल कोरोना अभियान' में डोर-टू-डोर सर्वे के लिए पूरे मध्य प्रदेश में 11 हजार 458 सर्वे टीम को लगाया गया हैं. प्रत्येक टीम को नॉन कान्टेक्ट थर्मामीटर, पल्स ऑक्सीमीटर और जरूरी प्रोटेक्टिव गियर अवेलेबल कराया गया है. हालांकि किल कोरोना अभियान में सर्वे द्वारा संदिग्ध मरीजों के साथ-साथ मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया आदि के संदिग्ध मरीजों को भी चिन्हांकित कर इनकी प्रविष्टि सार्थक ऐप में की जाएगी.
जानकारी के लिए बता दें की कोरोना संदिग्धों की जिनकी प्रविष्टि सार्थक ऐप पर की जा सकती है उन संबंधित क्षेत्रों में मेप्ड एमएमयू द्वारा सैंपलिंग की जाएगी. रोजाना चिन्हित किए गए संदिग्धों की सैंपलिंग के बाद उनकी टेस्टिंग आरटीपीसीआर और टीआरयूएनएटी के द्वारा की जाएगी. वहीं प्रदेश में सर्वे के बाद चिन्हित संदिग्धों के 3 लाख से ज्यादा सैंपल लिए जा सकेंगे. रोजाना 21 हजार टेस्ट किए जाने की क्षमता विकसित की जा रही है. इसमें प्रदेश के औसत पॉजीटिविटी से अधिक पॉजीटिविटी वाले 13 जिलों में सघन सेम्पलिंग आरटीपीसीआर और टीआरयूएनएटी के जरिए होगी. ऐसे में 29 जिले जहां पाजीटिविटी दर प्रदेश के औसत से कम हो गया है. उनमें जनरल सर्वेलेन्स के लिए पूल्ड सैंपलिंग की जाएगी.
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