भोपाल : कोरोना की रोकथाम के लिए मध्य प्रदेश के हर जिले में किल कोरोना अभियान शुरू कर दिया गया है. किल कोरोना अभियान के तहत प्रदेशभर में शुरू की गई नमूना जांच में 11 हजार 87 संदिग्ध रोगी मिले हैं. दरअसल इन रोगियों में कोरोना के लक्षण मिले हैं, जबकि 15 हजार 533 लोगों में अन्य रोगों के लक्षण पाए गए हैं. ये तथ्य किल कोरोना अभियान की समीक्षा के दौरान सामने आए है . शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंत्रालय में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के दौरान कोरोना की स्थिति और व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे. इस अभियान में 10 हजार 664 दल लगाए गए हैं.
वहीं मुख्यमंत्री ने अभियान में अन्य विभागों को साझेदारी करने और सामाजिक, सामुदायिक संगठनों को जोड़ने को भी कहा है. ये अभियान एक जुलाई से शुरू हो गया है. प्रदेश में अभियान के तहत तीन दिनों में 24.60 लाख घरों का सर्वेकिया गया है. इस तरह एक करोड़ 23 लाख लोगों तक दल के सदस्य पहुंचे हैं. इस दौरान मुख्यमंत्री ने ग्वालियर, भिंड और मुरैना में स्थिति पर विशेष नजर रखने के निर्देश दे दिए हैं. ग्वालियर-चंबल क्षेत्र के बाजारों में भीड़ को देखते हुए आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में परामर्श कर बाजार बंद या समय में कटौती करने को कह दिया है. भिंड में जरूरत के हिसाब से आईसोलेशन केंद्र बढ़ाने के निर्देश दे दिए गए हैं. इस बारें में उन्होंने कहा कि संक्रमण की सुधार दर बढ़ने और बढ़ोतरी दर कम होने की स्थिति संतोष का विषय नहीं होनी चाहिए.
बता दें की वायरस को पूरी तरह से नियंत्रित करने का प्रयास करना है. यदि संक्रमण सामने आता है, तो पूरी दक्षता से पहला संपर्क खोजें. इस बारें में उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश की सुधार दर 77.3 फीसद है, जो देश के सर्वाधिक सुधार दर वाले राज्यों में दूसरे क्रम पर है. यहां भिंड और ग्वालियर संभाग की अलग-अलग समीक्षा की गई.
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