पटना: बिहार के पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव को जान से मारने की धमकी मिलने के बाद उन्होंने गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर अपनी सुरक्षा की मांग की थी। पत्र में उन्होंने अपनी हत्या की आशंका जताई थी। अब पप्पू यादव ने इस पर बयान देते हुए कहा कि देश में लोकतंत्र और कानून से ऊपर कोई नहीं है, चाहे वह प्रधानमंत्री हो, मुख्यमंत्री हो या खुद पप्पू यादव। उन्होंने सवाल किया कि क्या सरकार आम आदमी की सुरक्षा का ध्यान नहीं रखेगी?
उन्होंने कहा कि किसी भी माफिया या अपराधी की निजी जिंदगी से उन्हें कोई मतलब नहीं है। पप्पू यादव ने स्पष्ट किया कि वह लॉरेंस बिश्नोई जैसे किसी व्यक्ति को व्यक्तिगत रूप से नहीं जानते और ना ही जानने में रुचि रखते हैं। उन्होंने कहा कि वे जनता के बीच बिना किसी सुरक्षा के रहते हैं, और अगर कोई उन्हें मारना चाहता है, तो वह उन्हें मार सकता है। लेकिन, जब तक वह जिंदा हैं, तब तक वह किसी भी जाति या धर्म के लोगों पर होने वाले हमलों के खिलाफ आवाज उठाते रहेंगे।
अपनी सुरक्षा को लेकर पप्पू यादव ने बताया कि उन्होंने 10 दिन पहले डीजी साहब से सुरक्षा की मांग की थी और सभी एसपी को पत्र लिखा था। उन्होंने कहा कि सुरक्षा का मानक सत्ता के अनुसार तय किया जाता है, लेकिन अगर कोई सत्ता के बजाय सच्चाई के लिए खड़ा होता है, तो सुरक्षा की बात नहीं की जाती। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के इर्द-गिर्द रहने वाले लोग माफियाओं के साथ मिलकर जमीन का धंधा करते हैं और वे नहीं चाहते कि वह मुख्यमंत्री से मिलें।
पप्पू यादव ने यह भी कहा कि उन्हें अक्सर धमकियां मिलती रहती हैं, लेकिन उनकी किसी से व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है। उन्होंने जोर देकर कहा कि कानून और संविधान का पालन करना सरकार की जिम्मेदारी है और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना भी सरकार का दायित्व है। उनकी जिम्मेदारी 18 तारीख तक झारखंड में है, और वे चाहते हैं कि झारखंड में लोकतंत्र की रक्षा के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दोबारा सत्ता में आएं। पप्पू यादव ने अपनी बात को समाप्त करते हुए कहा कि उनकी लड़ाई किसी व्यक्ति विशेष से नहीं है, बल्कि सच्चाई और लोकतंत्र की सुरक्षा के लिए है।
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