प्योंगयेंग: उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया कहने को तो पडोसी हैं, लेकिन दोनों देशों के बीच सम्बन्ध कई सालों से सामान्य नहीं हैं. कभी सीमा को लेकर तो कभी उत्तर कोरियाई तानाशाह किम जोंग उन के मिसाइल परीक्षणों को लेकर दोनों देशों के बीच तनातनी चलती रहती है. यहां तक की दोनों देशों के राजनेता भी एक-दूसरे देश की यात्रा करते बहुत कम ही नज़र आते हैं. लेकिन इस बार जो हुआ वो पिछले 70 सालों में कभी नहीं हुआ था.
70 साल पहले जब करोई दो टुकड़ों में बंट गया था, उसके बाद से ही किसी उत्तर कोरियाई शासक ने दक्षिण कोरिया की सरजमीं पर कदम नहीं रखा था, लेकिन इतने सालों के बाद दोनों देशों के नेताओं ने हाथ मिलाया, तब भी दोनों अपने-अपने देश की सीमा पर ही खड़े थे. हालांकि इसके बाद कोरियाई नेता किम जोंग ने इतिहास में पहली बार दक्षिण कोरियाई धरती पर कदम रखे.
27 अप्रैल को पहली बार किम जोंग और मुन जाए इन ने दोनों देशों की सीमा पर खड़े होकर हाथ मिलाया, उसके बाद चर्चा की और फिर किमजोंग ने दक्षिण कोरियाई सीमा में प्रवेश किया. किम जोंग और दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मुन-जाए-इन जैसे ही दक्षिण कोरिया में प्रवेश करते हैं, मीडियाकर्मी इस ऐतिहासिक दृश्य को कैमरे में कैद करने लग जाते हैं. 70 साल के बंटवारे के बाद दोनों देशों के नागरिक इस बात से बेहद खुश हैं, वे चाहते हैं कि दो देशों को बाँटने वाली यह नफरत की लकीर ख़त्म हो जाए.
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