प्योंगयेंग: उत्तर कोरिया और जापान के साथ बढ़ते टकराव के बीच उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग उन ने बैलिस्टिक मिसाइलों और एक बड़े परमाणु शस्त्रागार को विकसित करने का प्रण लिया है. उत्तर कोरिया की मीडिया ने आज यानी रविवार (1 जनवरी) को इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया है कि सत्ताधारी वर्कर्स पार्टी की एक मीटिंग में किम जोंग ने देश की संप्रभुता और सुरक्षा के लिए जबरदस्त सैन्य शक्ति पर जोर दिया.
राष्ट्रपति किम जोंग उन की यह मीटिंग उत्तर कोरिया के ड्रोन द्वारा बीते हफ्ते की गई घुसपैठ और अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों को दागने के बाद बॉर्डर पार तनाव के बीच हुई. किम ने अमेरिका और साउथ कोरिया पर प्योंगयांग को अलग-थलग करने और दबाव बनाने का प्रयास करने का आरोप लगाया.
उत्तर कोरिया की आधिकारिक न्यूज एजेंसी KCNA ने जानकरी देते हुए बताया है कि किम जोंग ने देश की परमाणु शक्ति को मजबूत करने की योजना के तहत अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल को विकसित करने की शपथ ग्रहण की है. इस दौरान किम जोंग ने दक्षिण कोरिया को अपना शत्रु घोषित कर दिया. उन्होंने कहा कि निस्संदेह साउथ कोरिया हमारे लिए दुश्मन बन चुका है.
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