उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग-उन की परमाणु और मिसाइल परीक्षण की सनक लगातार बढ़ती जा रही है. बता दे कि मिसाइल परीक्षण में देरी होने के कारण किम ने दो अधिकारियो को मौत के घाट उतार दिया.
जापानी अखबार असाही शिम्बुन के मुताबिक पर्क इन-यंग तब से उत्तर कोरिया के न्यूक्लियर बेस का संचालन देख रहे थे. बताया जा रहा है कि मिसाइल परीक्षण में देरी और न्यूक्लियर बेस की सुरंग की मरम्मत समय से नहीं होने से तानाशाह किम जोंग-उन बेहद खफा था.
बताया जा रहा है कि तानाशाह किम जोंग-उन पिछले पांच साल में सत्ता के लिए 340 लोगों को मरवा चुका है. इसमें ज्यादातर सीनियर अधिकारी शामिल हैं.
गौरतलब है कि तीन सितंबर के मिसाइल परीक्षण से पहले हाइड्रोजन बम के परीक्षण के बाद न्यूक्लियर बेस की सुरंग ढह गई थी, जिसके चलते कम से कम 200 कामगारों की मौत हो गई थी. तब से यह इस सुरंग की मरम्मत नहीं हो पाई थी, जिसके चलते मिसाइल परीक्षण में देरी हुई और अंजाम यह हुआ कि तानाशाह ने इन दोनों अधिकारियों को सजा-ए-मौत दे दी.
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