70-80 के दशक में बॉलीवुड में महान अभिनेताओं के अधिकतर मशहूर गानो में अपनी आवाज का जादू बिखेरने वाले लोकप्रिय गायक किशोर कुमार की आज 30वीं पुण्यतिथि है. 13 अक्टूबर का दिन एक तरह से दुख भरा भी है और खुशियों वाला भी. जहां एक ओर आज ही के दिन बॉलीवुड के मशहूर गायक किशोर कुमार ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया था वही आज ही के दिन एक मंझे हुए कलाकार और किशोर दा के बड़े भाई अशोक कुमार का जन्म भी हुआ था. किशोर दा की जादुई आवाज़ को सभी दिग्गज कलाकार अपने नाम करना चाहते थे.
4 अगस्त वर्ष 1929 को खंडवा में एक वकील के घर जन्मे किशोर दा की जादुई आवाज़ का पर्चम पूरे देश में छाया हुआ था. किशोर दा का असल नाम आभास कुमार गांगुली था. किशोर कुमार अक्सर अपनी कॉलेज कैंटीन में बैठकर गाने गाया करते थे. किशोर दा ने अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत देवानंद की फिल्म 'ज़िद्दी' से की थी. उस समय किशोर दा को कोई सफलता हाथ नहीं लगी. फिर साल 1957 में आई फिल्म 'फंटूश' के गीत 'दुखी मन मेरे' ने किशोर कुमार को एक अलग ही पहचान दिला दी.
किशोर दा का भाग्य साल 1969 में आई फिल्म 'आराधना' से चमका. इस फिल्म के गीत 'रूप तेरा मस्ताना' के लिए उन्हें पहले फिल्म फेयर अवार्ड भी मिला. अपनी शानदार गायकी के अलावा किशोर दा ने कई फिल्मो में अपने शानदार अभिनय का भी परिचय दिया है. अपने करियर में किशोर दा को आठ बार फिल्मफेयर अवॉर्ड से नवाजा गया. वर्ष 1986 में उन्हें पहला हार्ट अटैक आया था हालाँकि उस वक़्त मेडिकल ट्रीटमेंट के चलते उनकी सेहत में सुधार आ गया था. लेकिन 1 साल बाद 13 अक्टूबर 1987 को दूसरे हार्ट अटैक के कारण किशोर दा का देहावसान हो गया था.
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