बॉलीवुड के मशहूर गीतकार किशोर कुमार ने हिंदी सिनेमा में एक्टर के तौर पर एंट्री की थी लेकिन एक्टिंग की दुनिया में उनका जादू नहीं चल पाया। इसके बाद उन्होंने संगीत की दुनिया में अपना हाथ आजमाया जिसमें वह बचपन से ही पक्के खिलाड़ी थे। किशोर कुमार को पहली बार फिल्म जिद्दी में अपनी गायिकी दिखाने का मौका मिला था। अपनी पहली फिल्म के गाने से ही वह हिट हो गए थे। लेकिन एक वक्त ऐसा आया कि उनके गाने बैन कर दिए गए।
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1975 आपातकालीन के वक्त की बात है। उस वक्त कांग्रेस सरकार चाहती था कि किशोर दा अपनी आवाज में गाकर सरकारी जानकारियों को जनता तक पहुंचाए। इसके लिए किशोर कुमार से संपर्क किया गया। उस वक्त सूचना प्रसारण मंत्री वीसी शुक्ला थे। उन्होंने किशोर दा के पास संदेश पहुंचाया। जब यह संदेश किशोर दा के पास पहुंचा तो उन्होंने संदेश देने वाले से पुछा कि उन्हें यह क्यों गाना चाहिए तो उन्होंने कहा कि वीसी सर का आदेश हैं। यह बात सुनते ही किशोर दा ने गाने से मना कर दिया था। वीसी शुक्ला को किशोर दा की यह बात बिल्कुल भी हजम नहीं हुई। तो उन्होंने किशोर दा के गाने बैन कर दिए। ना ही रेडियो पर उनके गाने बजे और ना ही दूरदर्शन पर। आपातकाल खत्म होने तक उनके गाने पर बैन लगा रहा।
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गौरतलब है किशोर दा के गाने सदाबहार है। वह आज भी सुने जाते हैं और शायद हमेशा सुने जाएंगे। वैसे किशोर दा के जीवन में बहुत उतार -चढ़ाव आए हैं। सिर्फ 38 की उम्र में 13 अक्टूबर को वह दुनिया को अलविदा कह गए थे। उन्होंने 4 शादी की थी।
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