छठ पूजा एक ऐसा त्यौहार है जिसमे सूर्य देव की आराधना की जाती है छठ पूजा ही एक ऐसा पर्व है जिसमें डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। मान्यता है कि छठ के 4 दिनों में सूर्यदेव और उनकी बहन छठी देवी की उपासना करने से व्रतियों की सभी इक्छाएं पूरी होती है।छठी माता की आराधना से धन, दौलत, संतान के साथ-साथ अच्छी सेहत की कामना भी पूरी होती है। त्वचा से संबंधित रोग छठी माता की कृपा से ठीक हो जाता है। सूर्य देव की पूजा का एक ऐसा त्यौहार है, जिसमे छोटे और बड़े से लेकर हर व्यक्ति आराधना करता है।
जो लोग छठ व्रत नहीं करते हैं - जो लोग छठ व्रत नहीं कर पाते हैं उन्हें चारो दिन तक सूर्य की पूजा करनी चाहिए। सूर्य देव को ठीक से सूर्योदय के समय तांबे के लोटे से जल देना चाहिए। साथ ही धूप, दीप दिखाना चाहिए। सूर्य देव को जल से भरा नारियल, फल और मिठाई आदि चढ़ाया जाता है।छठ माता के इस पर्व के दौरान साफ-सुथरा रहना चाइये। जितना हो सके अपने आसपास किसी छठ व्रती महिला की सहायता करना चाइये। अगर हो सके तो व्रती को छठ घाट तक पहुंचना चाहिए| गुड़ और आटें का ठेकुवा और पुरी बना कर भोग लगाए। सूर्य देव की पूजा के बाद इसे सभी में बाटना चाहिए।
छठपर्व पर शाम और सुबह दोनों टाइम अर्घ्य अवश्य देना चाहिए। सूर्य देव से अपने जीवन को प्रकाशमय करने का आशीर्वाद मांगे। छठ व्रत करने वाले महिला या पुरुष के पैर छूकर आशीर्वाद लेना चाहिए| यदि आप हर साल छठी पर्व पर व्रत रखते है और इस साल नहीं रख पा रहे है तो किसी व्रती महिला को अपना बनाया हुआ प्रसाद दे कर छठी माता चढ़ाने को बोल सकते है|
31 अक्टूबर से शुरू हो रहा है महापर्व छठ, आज ही एकत्र कर लें यह सामग्री