उज्जैन | प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्री पारस जैन के मुख्य आतिथ्य में शहर के मातृ एवं शिशु चिकित्सालय चरक भवन में गुरूवार को दस्तक अभियान का शुभारम्भ किया गया। उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश शासन द्वारा सम्पूर्ण प्रदेश में बाल मृत्यु दर को कम करने के लिये दस्तक अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान अगले एक माह तक पूरे प्रदेश में आयोजित किया जायेगा। मुख्य अतिथि श्री पारस जैन ने इस अवसर पर कहा कि स्वास्थ्यकर्मी अगले एक माह तक दस्तक अभियान के तहत घर-घर जाकर दस्तक देंगे और स्वास्थ्य परीक्षण कर ऐसे बच्चों को चिन्हित करेंगे, जो कुपोषण, दस्त, बुखार, सर्दी-खांसी या अन्य किसी रोग से ग्रस्त हैं। ऐसे बच्चों के समुचित इलाज की नि:शुल्क व्यवस्था की जायेगी। उन्होंने स्वास्थ्यकर्मियों से अपील की कि बच्चों के अलावा घर-परिवार में यदि कोई अन्य सदस्य भी किसी गंभीर रोग से ग्रस्त हो तो उसका भी स्वास्थ्य परीक्षण किया जाये।
मंत्री श्री जैन ने कहा कि इस अभियान से आम जनता भी जागरूक होगी। मध्य प्रदेश शासन का यह अभियान बेहद महत्वपूर्ण है। प्रदेश में बाल मृत्यु दर कम करने के उद्देश्य से इस अभियान का शुभारम्भ किया गया है। मंत्री श्री जैन ने स्वास्थ्यकर्मियों से अपील की कि वे इस कार्य को सेवा भावना के साथ करें। बच्चों को पोषण प्रदान करने के लिये स्वेच्छानुदान मद से भी भविष्य में राशि स्वीकृत की जायेगी। मंत्री श्री जैन ने बताया कि उन्होंने ऊर्जा विभाग से सम्बन्धित बड़े निजी संस्थानों से भी स्वास्थ्य सेवाओं के लिये यथासंभव सहयोग करने की अपील की है। इसी के परिणाम स्वरूप शहर के आयुर्वेद चिकित्सालय में एक फिजियोथैरेपी सेन्टर भी संचालित किया जा रहा है। इस सेन्टर में मात्र 25 रूपये में फिजियोथैरेपी जरूरतमन्दों को प्रदाय की जाती है।
महापौर श्रीमती मीना जोनवाल भी कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में मौजूद थी। उन्होंने कहा कि इस अभियान के माध्यम से कुपोषित बच्चों के चिन्हांकन और उसके पश्चात उनका इलाज किया जायेगा। मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाने का यह एक बहुत ही कारगर प्रयास है। महापौर ने अपनी ओर से सभी को इस अभियान की शुभकामनाएं दी।