मेटा यह शब्द पाली शब्द से लिया गया है. इसका मतलब दया, परोपकार और साख होता है. मेटा मेडिटेशन की उत्पत्ति या ये कहें कि इसे करने की शुरूआत बौद्ध परंपराओं से हुई है. विशेषकर इसे थेरवाद ओर तिब्बतियों द्वारा किया जाता रहा है. वैज्ञानिक दृष्टि से भी इस मेडिटेशन को बहुत ही प्रभावकारी माना गया है.
मेटा मेडिटेशन के लाभ
1-इस मेडिटेशन को करने से आपके अंदर दूसरों के प्रति सहानुभूति बढ़ती है. लोगों के प्रति प्रेम और दया की भावना जागृत होती है. ईष्या और द्वेश जैसी भावनाओं का नाश कर सकारात्मक विचारों का विकास होता है. आत्म स्वीकृति का विकास होता है. इसके अलावा जीवन के उदे्श्य संबंधी भावनाओं में वृद्धि होती है.
2-सबसे पहले आप रिलैक्स होकर बैठ जाएं और अपनी आंखों को बंद कर लीजिए. इसके बाद अपने दिल और दिमाग की दया और परोकार की भावनाओं को जागृत होने दें. इसके बाद अपने प्रति प्यार और दया की भावना विकसित होने दें. फिर इन भावनाओं को दूसरों की तरफ भी अग्रसारित करें.