गुजरात: मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने राज्य का बजट पेश कर दिया है वहीं, इसमें उन्होंने आम आदमी से लेकर किसान, दुकानदार हर किसी को राहत देने की कोशिश भी की है. इस पर वित्तमंत्री द्वारा विधानसभा में पेश बजट में किसान, दुकानदार, मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा, श्मशान व कब्रिस्तान को 330 करोड की राहत पहुंचने की कोशिश की है. वित्तमंत्री ने 275 करोड के सरप्लस बजट में कोई नया कर नहीं डाला है. शिक्षा पर बजट का 15 प्रतिशत धन आवंटित किया है. इतना ही नहीं वित्त मंत्री ने आम आदमी को शौचालय के 12 हजार के साथ बाथरुम के लिए 5 हजार देने का एलान किया है.
बजट में वित्तमंत्री नीतिन पटेल ने विधानसभा में 8वीं बार बजट पेश करते हुए बताया कि गतवर्ष की तुलना में बजट का कद 8,42 प्रतिशत बढकर 2 लाख 17 हजार 287 करोड तक पहुंच गया है. आने वाले साल इसके दस प्रतिशत बढ़ोतरी की संभावना मानी जा रही है. वहीं, सरकार ने आगामी निकाय चुनाव को ध्यान में रखते हुए रुपाणी की पोटली से हर वर्ग को राहत पहुंचने की कोशिश की है.
सरकार ने किसानों के बिजली बिल में कटौती के साथ दुकानदार, मंदिर मस्जिद, गुरुद्वारा, देरासर, श्मशान, कब्रिस्तान के बिजली करों को 25 से घटाकर शहरों में 15 व गांवों में 7,5 फीसदी कर दिया है. इसी के साथ सरकार पर लगभग 330 करोड का बोझ आएगा. किसानों को खेत पर भंडारग्रह बनाने पर 20 प्रतिशत की सब्सिडी का एलान किया हैं.
मादरे वतन योजना के अंतर्गत कोई भामाशाह या एनआरआई अपने गांव में विकास पर जितनी राशि खर्च करेगा उसे सरकार उतनी ही राशि उसमें जोड़ेगी. सरकार ने महिला मंडलों को घरेलू व्यापार के लिए एक लाख रु तक का लोन बिना ब्याज देने की ऐलान भी किया हैं. वहीं, मॉडल टाउन बनाने की योजना भी घोषित की. गुजरात सरकार शिक्षा पर 31955 करोड खर्च करेगी.
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