आज (24 फरवरी, शुक्रवार) महाशिवरात्रि है. शिवपुराण के अनुसार,अगर आज के दिन भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा तथा व्रत रखने से मनचाहा फल प्राप्त होता है.
आइये जानते है महाशिवरात्रि पर शिव पूजा की विधि -
महाशिवरात्रि के दिन सुबह व्रत रखे.सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करके माथे पर भस्म का त्रिपुंड तिलक धारण करे और गले में रुद्राक्ष की माला पहने.फिर शिव मंदिर में जाकर शिवजी की आराधना करे.
इस प्रकार करें रात्रि पूजा
दिन भर ऊं नम: शिवाय का जाप करें तथा पूरा दिन निराहार रह कर व्रत करे.शिवपुराण में रात्रि के चारों प्रहर में शिव पूजा का विधान है. शाम को स्नान करके किसी शिव मंदिर में जाकर अथवा घर पर ही पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुंह करके त्रिपुंड एवं रुद्राक्ष धारण करके पूजा करे.
शिवजी की पूजा फूल, चंदन, बिल्व पत्र, धतूरा, धूप व दीप से रात के चारों प्रहर करनी चाहिए साथ ही भोग भी लगाना चाहिए. दूध, दही, घी, शहद और शक्कर से अलग-अलग तथा सबको एक साथ मिलाकर पंचामृत से शिवलिंग को स्नान कराकर जल से अभिषेक करें. चारों प्रहर के पूजन में शिवपंचाक्षर (नम: शिवाय) मंत्र का जाप करें. भव, शर्व, रुद्र, पशुपति, उग्र, महान, भीम और ईशान, इन आठ नामों से फूल अर्पित कर भगवान शिव की आरती व परिक्रमा करें.
शिवरात्रि पर इस तरह पूजा करने से मिलेगा मनचाहा वर
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