हमारे यहाँ किसी भी पूजा के बाद हाथ में कलावा बांधने का नियम है. हर मांगलिक कार्य में इसे बांधना ज़रूरी होता है. आइये जानते है क्या है हाथ में कलावा बांधने का कारण-
1-हमारे धरम शास्त्रों में बताया गया है की अगर हाथ में कलावा बांधा जाये तो भगवान् की विशेष कृपा की प्राप्ति होती है. हाथो में कलावा बांधते वक़्त किसी भी देवी देवता का नाम लेना चाहिए. हाथ में कलावे का होना रक्षा कवच का काम करता है. यह हमेशा संकटों और विपत्तियों के समय रक्षा कवच बनता है. इस बात का धयान रखे की अगर कलावे को बदलना हो तो केवल मंगलवार और शनिवार के दिन ही बदले.
2-कलावे को बांधते वक़्त केवल 3 बार ही कलाई में लपेटे. पुरुष और कुवारी कन्याओ को हमेशा दाएं हाथ में कलावा बांधना चाहिए. जबकि शादीशुदा महिलाओ को बाएं हाथ में बांधना चाहिए. जब भी कलावा बांधे तो मुट्ठी बंधी हो और दूसरा हाथ सिर पर होना चाहिए.
3-हाथो में कलावा बांधने का वैज्ञानिक कारन भी है. इसे बांधने से वात, पित्त और कफ का संतुलन बना रहता है. इसके अलावा इसे बाँधने से शुगर, ब्लड प्रेशर, हार्टअटैक और लकवा जैसी बीमारियों से बचाव होता है.
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