हिंदू कैलेंडर के हिसाब से यानी अमावस्या पंचांग के अनुसार माह की 30वीं और कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि है. इस दिन का भारतीय जनजीवन में अत्यधिक महत्व हैं. हर माह की अमावस्या को कोई न कोई पर्व अवश्य मनाया जाता हैं.
1-ऐसा माना जाता है कि नया चंद्रमा एक नया व्यापार शुरू करने के लिए अच्छा नहीं है क्योंकि इसके नतीजे अच्छे नहीं होंगे. इस तरह के व्यापार जो नए चाँद के दौरान किए जाते हैं, पैसा तेजी से और बेतहाशा खर्च होता हैं.
2-सोमवार को पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहते हैं. भाद्रपद अमावस्या के दिन पोला मनाया जाता है. कार्तिक अमावस्या के दिन दीपावली पर्व मनाया जाता हैं.
3-गरुड़ पुराण के अनुसार, भगवान विष्णु ने कहा है कि पूर्वजों अमावस्या पर अपने वंशजों से अपने लिए भोजन का हिस्सा लेने आते हैं और यदि उन्हें कुछ ठीक से पूजा नहीं जाता या सही तरह से खातिरदारी नहीं करवाई जाती तो वे नाराज भी हो जाते हैं.
4-बड़ी अमावस्या के दिन अधिकांश हिंदू उपवास रखते हैं और अपने पूर्वजों को भोजन प्रदान करते हैं. ताकि पूर्वज खुश हो और उनका जीवन सुखी रहे.