रविवार का दिन सूर्य देवता का माना जाता है.रविवार का व्रत सौभाग्य देने वाला होता है.सूर्य देव का व्रत सबसे श्रेष्ठ माना जाता है क्योंकि यह व्रत सुख और शांति देता है.
आइये जानते है कैसे करे रविवार के व्रत की पूजा-
1-प्रतिदिन प्रात:काल में तांबे के लोटे में जल लेकर और उसमें लाल फूल, चावल डालकर प्रसन्न मन से सूर्य मन्त्र का जाप करते हुए भगवान सूर्य को अर्घ्य देकर देनी चाहिए. इस अर्घ्यदान से भगवान सूर्य प्रसन्न होकर आयु, आरोग्य, धन, धान्य, पुत्र, मित्र, तेज, यश, विद्या, वैभव और सौभाग्य को प्रदान करते हैं.
2-प्रतिदिन सूर्योदय से पहले ही शुद्ध होकर और स्नान से कर लेना चाहिए.
3-नहाने के बाद सूर्यनारायण को तीन बार अर्घ्य देकर प्रणाम करें.
4-संध्या के समय फिर से सूर्य को अर्घ्य देकर प्रणाम करें.
5- स्वास्थ्य लाभ की कामना, नेत्र रोग से बचने एवं अंधेपन से रक्षा के लिए 'नेत्रोपनिषद्' का प्रतिदिन पाठ करना चाहिए.
6-रविवार को तेल, नमक नहीं खाना चाहिए तथा एक समय ही भोजन करना चाहिए.
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