जानिए दुनियाभर में मशहूर है ये मंदिर

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अंगकोर वाट (Angkor Wat) एक महान धार्मिक स्थल है जो कंबोडिया के सियेम राज्य में स्थित है। यह विश्व धरोहर स्थल और एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जो खुशीयों का बस्तियों (ख्मेर साम्राज्य) के समय के इतिहास को प्रतिबिंबित करता है। अंगकोर वाट को 12वीं शताब्दी में बस्तियों के राजा सूर्यवर्मन II द्वारा खुदाई किया गया था।

अंगकोर वाट का आकार विशाल है और यह एक प्रमुख ताम्रपत्र शिल्प का उदाहरण है। यह प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में मान्यता प्राप्त है। इसके मुख्य भवन का निर्माण बस्तियों के शासकों के शासनकाल में हुआ था और वहां अद्वितीय ख्याति और प्राचीन शिल्प का संग्रह है।

अंगकोर वाट की विशेषताएं शामिल हैं:

मार्मिक स्थल: अंगकोर वाट में मार्मिक शिल्प का अद्वितीय संग्रह है। विभिन्न पत्थरों से बनी मूर्तियाँ, दीवारों पर नक्काशी, शिल्पी संगठन और नगरीय कार्यकलापों में मार्मिकता की उदाहरणी हैं।

वास्तुकला: अंगकोर वाट वास्तुकला का एक प्रमुख उदाहरण है। इसका निर्माण ताम्रपत्र, शिल्पी का उद्यम और विशेषज्ञता का परिणाम है जिसने इसे दुनिया की सबसे बड़ी हिन्दू मंदिरों में से एक बना दिया।

मंदिर की संरचना: अंगकोर वाट की संरचना गहनता और वैचारिकता से भरी हुई है। इसमें प्रमुख मंदिर, प्रांगण, मंदप, तालाब और नक्काशी के क्षेत्र शामिल हैं।

धार्मिक महत्व: अंगकोर वाट खुशीयों का प्रमुख धार्मिक स्थान है और यहां हिन्दू और बौद्ध धर्म की मूर्तियों, मंदिरों और स्तूपों का अद्वितीय संग्रह है।

पर्यटन स्थल: अंगकोर वाट विश्व भर में पर्यटन का एक प्रमुख स्थल है। यहाँ के अद्वितीय आर्किटेक्चर, धार्मिक महत्व, और सांस्कृतिक विरासत की वजह से यह पर्यटकों का मंगनीकारक केंद्र है।

विश्व की सबसे बड़ी हिन्दू मंदिर: अंगकोर वाट विश्व की सबसे बड़ी हिन्दू मंदिर है। इसका निर्माण खुशीयों के राजा सूर्यवर्मन II द्वारा किया गया था।

प्रवेश द्वारों की संख्या: अंगकोर वाट में कुल 5 प्रवेश द्वार हैं। प्रमुख प्रवेश द्वार में से एक पश्चिमी प्रवेश द्वार विशेष रूप से मशहूर है और यहां आकर्षक नक्काशी और संगठन का प्रदर्शन होता है।

सूर्योदय और सूर्यास्त दृश्य: अंगकोर वाट को सूर्य की उगाई और अस्त होने के समय देखने के लिए खास रूप से सुझाया जाता है। यहां सूर्योदय और सूर्यास्त के समय इसके संरचना पर सुंदर रंगों का प्रभाव पड़ता है।

दिवाली तारांकन: अंगकोर वाट को रात्रि में दिवाली के दौरान तारांकन किया जाता है। जब मंदिर की शिल्पकारी और संरचना पर बालबहुता से बत्तियाँ जलती हैं, तो इसे एक रोमांचक और महान दृश्य प्रदान करता है।

कमरे के संख्या: अंगकोर वाट में कुल 1,200 से अधिक कमरे हैं। यहां विभिन्न प्रांगण, मंदप और धार्मिक कक्षों को स्थापित किया गया है, जो यात्रियों को आश्चर्यचकित करता है।

चंद्रावलोकन: अंगकोर वाट को पूरी चंद्रमा की रोशनी में देखने के लिए एक खास समय होता है। जब चंद्रमा वात के ऊपर अपनी प्रकाशित रोशनी को डालता है, तो इसे चंद्रावलोकन के रूप में मान्यता प्राप्त है।

इतिहास की धरोहर: अंगकोर वाट को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता प्राप्त है। इसका ऐतिहासिक महत्व और सुंदरता इसे एक आकर्षण के रूप में उभारते हैं।

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