एलॉन मस्क का सपना मार्स पर लोगों तक पंहुचना है. ये कब पूरा होगा फिलहाल इस बात की पुष्टि अभी नहीं हो पाई है. लेकिन इससे पहले एक दूसरी दुनिया में लोग प्रवेश कर लेंगे और वो दुनिया है METAVERSE. एक ऐसा वर्ल्ड जो असली नहीं है, लेकिन इस वर्चुअल दुनिया में भी आप जमीन खरीद कर आप वहां घर बना पाएंगे. बिजनेस कर सकते हैं, पैसे कमा सकते हैं. म्यूजिशियन हैं तो कॉन्सर्ट कर सकते हैं. आर्ट गैलरी लगा पाएंगे, या यों कहें कि आप वहां वो सबकुछ कर सकते हैं जो असल दुनिया में रहते है.
सितारों के आगे जहां और भी हैं: मेटावर्स एक ऐसी वर्चुअल विश्व है जहां वो सब कर सकते हैं जो आप असल वर्ल्ड में करते हैं. शुरुआत करते हैं Web 1.0 से, दरअसल इंटरनेट की शुरुआत जब हुई थी तो अधिकतर चीजें टेक्स्ट के फॉर्म में होती थी. जिसके उपरांत आया Web 2.0 जो अभी मौजूदा वक़्त में है. Web 2.0 में टेक्स्ट के अतिरिक्त सबकुछ है. ऑडियो और वीडियो ही नहीं, बल्कि 3D और इमर्सिव एक्स्पीरिएंस भी Web 2.0 में मिल रहा है.
सवाल ये है कि Web 2.0 के बाद क्या? यहीं से शुरू होती है मेटावर्स की कहानी. क्योंकि Meravese को Web 3.0 कहा जा रहा है. इसलिए ऐसा कहना अतिश्योक्ति नहीं होगा कि आने वाले 5 से 10 साल में इंटरनेट यूज करने का तरीका पूरी तरह से बदल जाएगा और लोग मेटावर्स, यानी एक नई दुनिया में शिफ्ट हो चुके होंगे.
Metaverse का आईडिया कहां से आया?: 1992 में स्टीवन स्टीफेंसन ने अपनी Snow Crash नाम की साइंस फिक्शन नॉवेल में Metaverse टर्म का उपयोग किया था. उन्होंने कल्पना की थी कि Metaverse एक स्पेस होने वाला है जहां लोग अपने अवतार के माध्यम एक दूसरे से बातचीत भी कर सकते है. क्या आपने कभी सोचा था कि लोग वर्चुअल जमीन खरीदने के लिए अरबों रुपये मिलेंगे? ये सच है. दरअसल Metaverse में अब लोग वर्चुअल लैंड खरीदने में लगे हुए है.
क्या है Metaverse?: हम बता दे कि मेटावर्स के लिए कई अलग-अलग टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाता है . इसमें ऑग्मेंटेड रियलिटी, वर्चुअल रियलिटी और वीडियो टूल का उपयोग किया जाता है. Metaverse का कॉन्सेप्ट ये है कि एक डिजिटल स्पेस में लोग एक दूसरे के साथ डिजिटली साथ हों.
Metaverse को अलग अलग स्थानों पर उपयोग किया जा सकता है. गेमिंग सेक्टर से लेकर मीटिंग और एक दूसरे के साथ वार्तालाप करने तक को इसमें शामिल कर दिया जाने वाला है. आसान शब्दों में कहें तो एक ऐसा वर्ल्ड जहां आपकी एक आईडेंटिटी होगी – आप घर पर होंगे, लेकिन आपका अवतार Metaverse में होने वाला है. हालांकि उसे कंट्रोल आप ही कर सकेंगे.
उदाहरण के तौर पर अगर आप Metaverse में हो रहे किसी लाइव कॉन्सर्ट में भाग लेना है तो आप ये भी कर सकते हैं. ये वीडियो फॉर्मेट के कॉन्सर्ट से अलग हो चुके है. क्योंकि यहां इस कॉन्सर्ट में आपका अवतार दूसरे लोगों के साथ उपस्थित होने वाले है. आप मेटावर्स के लिए यूज की जाने वाली डिवाइस के जरिए ये महसूस कर सकते है कि आप भी उस कॉन्सर्ट में भाग ले रहे हैं और लोगों के साथ इंजॉए कर पाएंगे, क्योंकि वहां दूसरे लोग भी अवतार के रूप में होंगे और आप उनसे वहां पर ही बातचीत भी कर सकते है.
लोग घर बैठे ही अपने अवतार के माध्यम डिजिटल स्पेस में एक दूसरे से मिल पाएंगे, बातें कर सकेंगे और साथ में गेमिंग भी कर सकते है. यहां तक कि डिजिटल स्पेस में अपने अवतार के माध्यम से लोग विश्वभर की वर्चुअल ट्रिप्स भी कर सकते हैं. फेसबुक ने मेटावर्स पर बहुत कार्य कर लिया है. कंपनी ने Horizon Workroom नाम का एक मीटिंग सॉफ्टवेयर भी बनाया गया है. इसे Oculus VR हेडसेट को लगाकर यूज कर सकते है. इस सॉफ्टवेयर और Oculus VR हेडसेट को उपयोग करके आप मीटिंग में अपना अवतार रख सकते हैं.
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