ऐसा माना जाता है की पीपल के वृक्ष में सभी देवताओं का वास होता है. पीपल के पेड़ को स्वास्थ्य की दृष्टि से भी बहुत अच्छा माना जाता है.पीपल से मानसिक शांति भी प्राप्त होती है. पीपल की पूजा का प्रचलन प्राचीन काल से ही रहा है.
आइये जानते है पीपल की पूजा करने के सही तरीका –
1-शनिवार की अमावस्या को पीपल वृक्ष की पूजा और सात परिक्रमा करके काले तिल से युक्त सरसो के तेल के दीपक को जलाकर छायादान करने से शनि की पीड़ा से मुक्ति मिलती है.
2-अनुराधा नक्षत्र से युक्त शनिवार की अमावस्या के दिन पीपल वृक्ष के पूजन से शनि पीड़ा से व्यक्ति मुक्त हो जाता है.
3-श्रावण मास में अमावस्या की समाप्ति पर पीपल वृक्ष के नीचे शनिवार के दिन हनुमान की पूजा करने से सभी तरह के संकट से मुक्ति मिल जाती है.
4-मंगल मुहूर्त में पीपल वृक्ष की नित्य तीन बार परिक्रमा करने और जल चढ़ाने पर दरिद्रता, दु:ख और दुर्भाग्य का विनाश होता है. पीपल के दर्शन-पूजन से दीर्घायु तथा समृद्धि प्राप्त होती है. अश्वत्थ व्रत अनुष्ठान से कन्या अखण्ड सौभाग्य पाती है.
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