भोपाल: मध्य प्रदेश की नई प्रशासनिक प्रमुख मतलब मुख्य सचिव वीरा राणा होंगी. बुधवार देर रात जारी आदेश में उनके नाम पर मुहर लग गई. बृहस्पतिवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अपनी अंतिम मंत्रिमंडल बैठक बुलाई है. इसमें वर्तमान मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस को विदाई दी जाएगी. साथ ही, नए मुख्य सचिव का परिचय कराया जाएगा.
मुख्य सचिव इकबाल का कार्यकाल 30 नवंबर को पूरा हो रहा है. बुधवार तक उनके एक्सटेंशन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है. इसके कारण, मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव को होना है. कांग्रेस ने उनके एक्सटेंशन का जमकर विरोध किया था. इसे देखते हुए निर्वाचन आयोग ने राज्य में उपलब्ध सबसे व्रुष्ट IAS वीरा राणा के नाम पर इजाजत दी. वे राज्य के इतिहास में दूसरी महिला मुख्य सचिव होंगी. उनसे पहले निर्मला बुच मुख्य सचिव रह चुकी हैं. मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस को शिवराज सरकार 2 बार एक्सटेंशन दे चुकी थी. इस बार भी एक्सटेंशन की बात चल रही थी. मगर कांग्रेस ने मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 3 दिसंबर को होने वाली काउंटिंग में बैंस के होने का विरोध किया है. कांग्रेस का आरोप है कि बैंस बीजेपी के पक्ष में काउंटिंग को प्रभावित कर सकते हैं. सामान्य प्रशासन विभाग के सूत्रों के अनुसार, केंद्र सरकार को वरिष्ठ अधिकारियों की पैनल का प्रस्ताव बनाकर भेजा गया, जिसमें से एक नाम चुनाव आयोग के अनुमोदन से तय हुआ.
जानिए कौन है वीरा राणा
वीरा राणा भारतीय प्रशासनिक सेवा 1988 बैच की महिला अफसर है. राणा का जन्म 26 मार्च 1964 को उत्तर प्रदेश में हुआ था. बैचलर ऑफ़ आर्ट्स एवं MBA की डिग्री राणा के पास है. राणा को मध्य प्रदेश के कठोर अनुशासन प्रिय प्रशासनिक अफसरों में गिना जाता है. राणा मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल की अध्यक्ष, मध्य प्रदेश राज्य की मुख्य निर्वाचन अफसर, खेल एवं युवा कल्याण विभाग की एडिशनल चीफ सेक्रेटरी, प्रशासन अकादमी में महानिदेशक, कुटीर और ग्रामोद्योग विभाग और सामान्य प्रशासन विभाग कार्मिक जैसे अहम विभागों की जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं. विदिशा व जबलपुर जिलों की कलेक्टर रह चुकी हैं.
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