भारत के एक राजनेता थे जो तीन बार गोवा के मुख्यमंत्री रहे. इसके अलावा वे भारत के रक्षा मन्त्री भी रहे. वे उत्तर प्रदेश से राज्य सभा सांसद भी रहे थे. उन्होंने सन 1978 मे IIT मुम्बई से स्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण की थी. भारत के किसी राज्य के सीएम बनने वाले वह पहले व्यक्ति हैं जिन्होंने IIT से स्नातक किया. उन्हें सन 2001 में IIT मुम्बई द्वारा विशिष्ट भूतपूर्व छात्र की उपाधि भी प्रदान की गयी थी.
मनोहर पर्रिकर का जन्म गोवा के मापुसा में हुआ था. उनकी शिक्षा लोयोला हाई स्कूल, मार्गो में हुई. उन्होंने अपनी माध्यमिक शिक्षा मराठी में पूरी की और 1978 में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, मुम्बई से धातुकर्म इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री प्राप्त की. वे IIT के प्रथम पूर्वछात्र थे, जिन्होंने किसी भारतीय राज्य के विधायक के रूप में सेवा की. उन्हें 2001 में IIT उन्हे प्रतिष्ठित पूर्व छात्र पुरस्कार से सम्मानित किया गया. भारतीय जनता पार्टी से गोआ के मुख्यमंत्री बनने वाले वह पहले नेता हैं. 1994 में उन्हें गोआ की द्वितीय व्यवस्थापिका के लिये चयनित किया गया था. जून 1999 से नवम्बर 1999 तक वह विरोधी पार्टी के नेता रहे. 24 अक्टूबर् 2000 को वह गोआ के मुख्यमन्त्री बने किंतु उनकी सरकार 27 फ़रवरी 2002 तक ही चल पाई. जून 2002 में वह पुनः सभा के सदस्य बने तथा जून 5, 2002 को पुनः गोआ के सीएम पद के लिये चयनित हुए.
जनवरी 29, 2005 को 4 बी.जे.पी. नेताओं के इस्तीफा देने के कारण उनकी सरकार अल्पमत में आ गयी. श्री पारिकर ने दावा किया कि वह अपना बहुमत साबित करेंगे तथा फरवरी 2005 में ऐसा हुआ भी. किंतु बाद मे किसी कारणवश उन्हें अपना पद खोना पड़ा. लगातार विवादों के पश्चात मार्च 2005 में गोआ में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया किंतु जून 2005 में विरोधी नेता प्रताप सिंह राणे गोआ के मुख्यमंत्री बना दिये गये. दिनांक 17 मार्च 2019 की शाम को पहले मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी सूचना में उनका स्वास्थ्य अत्यधिक खराब होने की बात कही गयी थी परंतु कुछ ही देर बाद राष्ट्रपति कार्यालय से उनकी मृत्यु पर संवेदना व्यक्त करने से उनकी मृत्यु की पुष्टि हो गयी.
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