नई दिल्ली: आज भारत के संविधान निर्माण में अहम योगदान देने वाले बाबा साहेब भीम राव आंबेडकर की धर्मपत्नी रमाबाई आंबेडकर की जयंती है। रमाबाई अंबेडकर का जन्म 7 फरवरी 1898 को हुआ था। वे सामाजिक न्याय के डॉ. भीमराव अम्बेडकर के लिए सबसे बड़ी प्रेरणाओं में से एक रही है। वह एक विनम्र पृष्ठभूमि से आई थीं और भिकू दातरे वलंगकर और रुक्मिणी की दूसरी संतान थीं। उन्हें आज भी रमई या माता राम के नाम से याद किया जाता है। रमाबाई अम्बेडकर उन महिलाओं में शामिल हैं, जो चुपचाप हमारे संविधान के वास्तुकार के समर्थन में प्रतिपादन करने में दृढ़ रही, जबकि वह विनम्रता, लचीलापन और करुणा का प्रतीक थी।
रमाबाई का जन्म महाराष्ट्र के दाभोल नामक एक छोटे से गाँव में हुआ था और उनकी शादी नौ साल की आयु में भीमराव अंबेडकर के साथ हुई थी। रमई 1992 में अशोक गवली द्वारा निर्देशित एक नाटक है। विजय पवार द्वारा निर्देशित 1990 की मराठी फिल्म भीम गरजाना, रमाबाई अम्बेडकर की भूमिका प्रथम देवी ने निभाई थी। युगपुरुष डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर, 1993 में शशिकांत नलवडे द्वारा डायरेक्ट की गई एक मराठी फिल्म, रमाबाई अम्बेडकर की भूमिका चित्रा कोप्पिकर ने निभाई थी। डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर, 2000 की अंग्रेजी फिल्म, जब्बार पटेल द्वारा निर्देशित, रमाबाई अंबेडकर का रोल सोनाली कुलकर्णी ने अदा किया था।
रमाबाई आंबेडकर उन महिलाओं में से एक हैं, जिन्होंने बाबा साहब को चुप-चाप, मगर बड़ा सहयोग दिया था। वे नम्रता, लोचशीलता और संवेदना की प्रतीक थीं। रमाबाई भीमराव आंबेडकर सामाजिक न्याय के प्रखर समर्थक डॉ. भीमराव आंबेडकर के लिये महानतम प्रेरणाओं में से एक रही हैं।
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