दही हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है पर क्या आप जानते है की आयुर्वेद में दही को खाने के लिए कुछ ख़ास महीने तय किये गए है आयुर्वेद के अनुसार अगर इन महीनो के अलावा दही का सेवन किया जाये ये सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है.
आइये जानते है किस महीने में दही खाना लाभदायक है और किस महीने में हानिकारक -
1-आयुर्वेद में बताया गया है की अगर हिन्दी महीने के चैत, बैसाख, जेठ, आसाढ़ और अश्विन व कार्तिक में दही का सेवन सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है.
2-अगर चैत और बैसाख के महीने में में दही खाया जाये तो शरीर में कफ को बढ़ाने का काम करता है. इसके अलावा इस महीने में दही का सेवन मोटापा भी बढ़ा सकता है.
3-जेठ और आसाढ़ महीने में दही का सेवन किया जाये तो शरीर में आने वाले पसीने में जलन होने की शिकायत हो सकती है.
4-अगर अश्विन और कार्तिक महीने में दही का सेवन किया जाये तो पीलिया की बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है. इसके अलावा इस महीने में दही खाने से बुखार भी हो सकता है.
5-दही का सेवन हमेशा सावन, भाद्र, अगहन, पूस और फाल्गुन महीनो में करना चाहिए.क्युकी अगर इन महीनो में दही का सेवन करने से ठंड से बचाव होता है. दही तासीर में गर्म होता है. जिसके कारन ठंड से,बचाव करने में सक्षम होता है इसके अलावा यह पेट की बीमारियों से भी बचाता है.
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