भेड़ाघाट भारत में मध्य प्रदेश राज्य के जबलपुर जिले में स्थित एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह नर्मदा नदी के किनारे स्थित है और अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। यहां पर्यटक खूबसूरत डूंगरपुरी और मरबल रॉक्स की घाटियों का आनंद ले सकते हैं। भेड़ाघाट में नर्मदा नदी का पानी चिटठारोहानी के माध्यम से गहरे नीले रंग में बदलता है, जो इसे एक आकर्षक दृश्य बनाता है। पर्यटक यहां नौका यात्रा करके इस प्राकृतिक रंगीनता का आनंद ले सकते हैं। भेड़ाघाट एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है जहां प्रकृति की सुंदरता और शांति का आनंद लिया जा सकता है।
क्यों है प्रसिद्ध: भेड़ाघाट फेमस (यानी प्रसिद्ध) है क्योंकि इसे उसकी रोमांचक और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। यह नर्मदा नदी के तट पर स्थित है और वहां की विशेषताएं इसे एक प्रमुख पर्यटन स्थल बनाती हैं। भेड़ाघाट पर्यटकों को दूंगरपुरी और मरबल रॉक्स की घाटियों का आनंद लेने का अवसर देता है। इसके अलावा, यहां नर्मदा नदी के पानी का विशेष रंगबद्ध दृश्य देखने के लिए भी प्रसिद्ध है। यहां पर्यटक नौका यात्रा करके इस रंगीनता का आनंद ले सकते हैं। भेड़ाघाट की प्राकृतिक खूबसूरती, शांति और अनूठे दृश्यों के कारण यह एक लोकप्रिय और प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है।
भेड़ाघाट देखने के लायक और घूमने के लिए बेहतरीन स्थान है। यहां आपको निम्नलिखित चीजें देखने और अनुभव करने का अवसर मिलेगा:
डूंगरपुरी: यह भेड़ाघाट में स्थित एक खूबसूरत और विशेष घाटी है जिसमें ऊँचे पत्थरों की पहाड़ियां हैं। यहां आपको अद्भुत दृश्य, प्राकृतिक गुफाएँ और पत्थरों की मोज़दानी दिखाई देगी।
मरबल रॉक्स: भेड़ाघाट के पास मरबल रॉक्स नामक स्थान पर जाना आपके लिए एक अनूठा अनुभव होगा। यहां आप प्राकृतिक मार्बल की गुफाएँ और बनावटी चट्टानें देख सकते हैं जो आपको अद्भुत दृश्य प्रदान करेंगी।
नौका यात्रा: भेड़ाघाट में नर्मदा नदी पर नौका यात्रा का अनुभव करना आपके यात्रा को और भी रोमांचक बना देगा। आप नदी के किनारे घूमते हुए नागमर्मर की पत्थरों के बीच सुंदरता का आनंद ले सकते हैं।
भेड़ाघाट दर्शन: भेड़ाघाट पर जाकर नर्मदा नदी के चट्टानों की खूबसूरती को देखना एक आश्चर्यजनक अनुभव है। यहां प्राकृतिक रंगबद्धता, जल की धाराओं का ध्यानचित्त करने और चट्टानों के बीच से गुज़रने का मौका मिलेगा।
बता दें कि भेड़ाघाट कई किलोमीटर तक फैला हुआ है। यह नर्मदा नदी के किनारे स्थित है और इसकी लंबाई करीब 8 किलोमीटर तक है। यह विशाल और आकर्षक स्थल है जो पर्यटकों को अपनी विस्मयजनक गहरी घाटियों और प्राकृतिक सुंदरता के साथ प्रभावित करता है। इतना ही नहीं भेड़ाघाट से गिरने वाला पानी दूध की तरह दिखता है क्योंकि यह अपने धारावाहिक गति और नदी के निचले तल में मिट्टी और उत्पादक चट्टानों से मिलने वाले मिट्टी तत्वों के कारण मिलावट का शिकार हो जाता है। इसलिए, जब यह पानी उच्च स्पष्टता और अल्कलीता तत्वों के साथ मिश्रित होता है, तो यह धारावाहिक रूप से दूध जैसी ज्यादा अवशोषित होता है और इसे धूम्रपानीय और मिल्खावटी बनाता है। इसलिए, भेड़ाघाट के पानी का रंग और दूध की तरह हो जाता है, जिससे यह अपनी पहचानी जाती है।
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