बीते कुछ वर्षों से हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी कंडीशन के कारण अचानक मौत होने की कई घटनाएं सामने आ रही हैं। वही बीते कुछ महीनों में आपने कई ऐसी घटनाओं के बारे में सुना होगा जिसमें व्यक्ति डांस करते हुए या चलते-फिरते अचानक गिर जाता है तथा उसकी मौत हो जाती है। इसके अतिरिक्त जिम में एक्सरसाइज करते हुए लोगों के गिरने और मौत होने की घटनाएं भी सामने आई हैं। ये घटनाएं सामान्य नहीं हैं तथा लोगों को डराने वाली हैं। इन सभी घटनाओं में एक चीज कॉमन है, वह है हार्ट अटैक के कारण मौत होना। इन घटनाओं के अतिरिक्त कई सेलिब्रिटीज की अचानक मौत भी दिल का दौरा पड़ने के कारण हुई है। अब सवाल यह उठता है कि अचानक चलते-फिरते इंसान क्यों मौत का शिकार हो रहा है? कम उम्र में लोगों को दिल का दौरा क्यों पड़ रहा हैं? आइए आपको बताते है इन सवालों के जवाब।
एक्सरसाइज करते या नाचते-गाते क्यों हो रही लोगों की मौत?
सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो बीते कुछ दिनों में वायरल हुए हैं, जिनमें आपने देखा होगा कि इंसान की मौत अचानक नाचते-गाते या एक्सरसाइज करते हुई है। एक्सरसाइज करते हुए बेहोश होकर गिरना या स्पीच देते हुए बेहोश होना तथा फिर मौत का शिकार होना सामान्य नहीं है। इन सभी घटनाओं के एक वजह जो सबसे अधिक सामने आई है, वह हार्ट अटैक है। हार्ट अटैक की घटनाएं बीते कुछ वर्षों में सबसे अधिक सुनने या देखने को मिली हैं। सेहत एवं फिटनेस के प्रति हमेशा जागरूक रहने वाले सेलिब्रिटीज हों या फिर आम दिनचर्या का पालन करने वाला सामान्य व्यक्ति, सभी में हार्ट अटैक का संकट तेजी से बढ़ रहा है। मीडिया और अखबार देश के अलग-अलग भागों में हुई ऐसी घटनाओं से भरे पड़े हैं। गंभीर बात यह है कि बस भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के कई अन्य देशों में भी इस प्रकार की मौत की घटनाएं सामने आई हैं। इन घटनाओं के पीछे दिल का दौरा एवं कार्डियक अरेस्ट की समस्या जिम्मेदार मानी जा रही है। इन घटनाओं को लेकर हुए अध्ययनों में कुछ बातें निकलकर सामने आई हैं-
पिछले कुछ वर्षों में सामने आए आंकड़े बताते हैं, कि देश में हार्ट अटैक के रोगियों की संख्या एवं इस गंभीर बीमारी का खतरा कई गुना बढ़ा है। भारत में हार्ट अटैक के खतरे को लेकर पिछले कुछ वर्षों के आंकड़े इस प्रकार से हैं-
* लगभग 50 प्रतिशत व्यक्तियों में हार्ट अटैक 50 की आयु से पहले
* 25 से 40 वर्ष की आयु में हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा
* 25 फीसदी लोगों में हार्ट अटैक 40 वर्ष से पहले
वही यदि हम आंकड़ों को ध्यान से देखें तो पिछले कुछ वर्षों में भारत में हार्ट अटैक से होने वाली मौतों का आंकड़ा निरंतर तेजी से बढ़ा है। एक आंकड़े के अनुसार, वर्ष 2016 में भारत में हार्ट अटैक या कार्डियक अरेस्ट के कारण 23,246 व्यक्तियों की मौत हुई थी। वहीं 2018 में 25,746, वर्ष 2019 में 28,005, 2020 में 28,680 और वर्ष 2021 में 28,449 व्यक्तियों की मौत हार्ट अटैक के कारण हुई है।
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