अपने अक्सर किसी धार्मिक स्थल पर या कुम्भ के मेलो में नागा बाबाओ को बिना वस्त्र धारण किये. तपस्या में लीन देखा होगा. इन बाबाओ को कोई भी शर्म हया नहीं होती है. ये बस अपनी मस्ती में मस्त रहते है.
आज हम आपको बताएंगे की आखिर क्या वजह है की ये नागा बाबा कभी भी वस्त्र धारण नहीं करते है. नागा साधुओ का मानना है की वह ईश्वर के देवदूत है. उन्हें कपड़ो से कोई मतलब नहीं है. वह कहते है की कपडे वह लोग पहनते है जिन्हे अपने तन की सुरक्षा करना होती है.
नागा बाबाओ के लिए कपड़ो का इसी वजह से कोई महत्त्व नहीं है. ये लोग सभी सांसारिक सुख त्याग कर एक कुटिया में अपना जीवन व्यतीत करते है. और धार्मिक यात्राओं पर जाने वाले यात्रियों द्वारा दिए जाने वाले भोजन पर आश्रित रहते है.
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