कोलकाता : एशिया का सबसे बड़ा रेड लाइट एरिया पश्चिम बंगाल के कोलकाता शहर का माना जाता है जिसे सोनागाछी के नाम से जाना जाता है. यहां करीब 10 हज़ार सेक्स वर्कर के घर हैं और सारी दुनिया में इसे जाना जाता है. पश्चिम बंगाल के दुर्गा पूजा का बहुत महत्व है और यही पर सबसे बड़ा कार्यक्रम भी होता है. इसी से जुड़ी एक खबर आई है. आपको बता दें, दुर्गा पूजा करने में सोनागाछी भी इस बार पीछे नहीं है. इस जगह पर भी इन सेक्स वर्कर्स ने माँ दुर्गा की मूर्ति की स्थापना की है और खूबसूरत पंडाल बनाया है.
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जानकारी के अनुसार यहां करीब 3 हजार सेक्स वर्कर्स ने 6 फीट ऊंची दुर्गा मां की मूर्ति के साथ एक छोटा सा पंडाल लगाया है. यहां मौजूद 35 वर्षीय सेक्स वर्कर का कहना है कि इस बार की दुर्गा पूजा के लिए वे सभी काफी उत्सुक हैं क्योंकि उन्होंने पंडाल तैयार किया है और एक सामुदायिक पंडाल में बैठ पाएंगी. देखा जा सकता है इन महिलाओं ने पहली बार दुर्गा पूजा का आयोजन किया है जिसकी सभी तैयारी महिलाओं ने ही की है. पंडाल भी उन्होंने ही बनाया है और माँ दुर्गा की मूर्ति भी. यहां की महिलाओं ने भी कहा है कि पंडाल भले ही छोटा हो लेकिन ये यहां मौजूद सेक्स वर्कर्स के लिए यह सामाजिक पाबंदी से ऊपर उठने का संकल्प है.
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35 वर्षीय सेक्स वर्कर का कहना है कि वो इस उत्सव के लिए अपने बेटे को भी लेकर आई हैं ताकि उसे ये सीखा सके कि महिलाएं कितनी शक्तिशाली है और उनका सम्मान किस तरह करना चाहिए. इस सेक्स वर्कर का कहना है कि उनके पति ने उन्हें 17 साल की उम्र में जबरदस्ती इस धंधे में धकेल दिया और तभी से वो इस इलाके में रह रही हैं और उनका बेटा उत्तरी कोलकाता के एक हॉस्टल में रहकर सामान्य जीवन जी रहा है.