कोलकता: बंगाल की विश्व विख्यात दुर्गा पूजा को यूनेस्को (UNESCO) ने बुधवार (15 दिसंबर 2021) को अमूर्त सांस्कृतिक विरासत (Intangible Heritage) के तौर पर मान्यता दी है। शिक्षा, विज्ञान और संस्कृति के क्षेत्र में कार्य करने वाले संयुक्त राष्ट्र (UN) के निकाय UNESCO ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर इस संबंध में ट्वीट भी किया है। उन्होंने लिखा है कि, 'कोलकाता की दुर्गा पूजा को अमूर्त सांस्कृतिक विरासत सूची में शामिल किया गया है। भारत को बधाई।'
???? BREAKING
— UNESCO ????️ #Education #Sciences #Culture ???????????? (@UNESCO) December 15, 2021
Durga Puja in Kolkata has just been inscribed on the #IntangibleHeritage list.
Congratulations #India ????????! ????
ℹ️https://t.co/gkiPLq3P0F #LivingHeritage pic.twitter.com/pdQdcf33kT
जानकारी के मुताबिक, 13 से 18 दिसंबर 2021 तक फ्रांस के पेरिस में आयोजित Intergovernmental Committee के 16वें सत्र के दौरान कोलकाता दुर्गा पूजा को UNESCO की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की सूची (UNESCO’s Representative List of Intangible Cultural Heritage of Humanity) में जगह दी गई है। पीएम नरेंद्र मोदी ने UNESCO के कोलकाता की दुर्गा पूजा को इस सूची में शामिल करने के ऐलान के बाद खुशी प्रकट की है। पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि, 'यह हर भारतवासी के लिए बड़े ही गर्व और प्रसन्नता की बात है। दुर्गा पूजा हमारी सर्वश्रेष्ठ परंपराओं और मूल्यों को दर्शाती है। हर व्यक्ति को कोलकाता की दुर्गा पूजा का आनंद उठाना चाहिए।'
A matter of great pride and joy for every Indian!
— Narendra Modi (@narendramodi) December 15, 2021
Durga Puja highlights the best of our traditions and ethos. And, Kolkata’s Durga Puja is an experience everyone must have. https://t.co/DdRBcTGGs9
बता दें कि कोलकाता के साथ देश के विभिन्न राज्यों में दुर्गा पूजा धूमधाम से मनाई जाती है। बंगाल के हर जिले में दुर्गा पूजा (Durga Puja) बड़े ही हर्षोल्लास के साथ की जाती है। यहाँ अलग-अलग थीम पर पंडाल भी बनाए जाते हैं।
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