कुछ समय पहले ही वर्चुअल इंटरनेशनल ताइक्वांडो चैम्पियनशिप का आयोजन किया गया था. जिसमें कोलकाता की शिवांगी ने दम दिखाया. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शानदार प्रदर्शन कर शिवांगी ने देश का नाम रोशन किया. शिवांगी ने वर्चुअल इंटरनेशनल ताइक्वांडो चैम्पियनशिप में गोल्ड मेडल हासिल किया. शिवांगी की जीत की खबर मिलते ही पूरे परिवार में जश्न का माहौल रहा. गोल्ड मेडल जीतने के बाद शिवांगी ने कहा कि मैं आश्वस्त थी लेकिन उसी समय थोड़ा घबरा गई थी जब सात जजों के सामने वर्चुअल प्रदर्शन करना शुरु किया. गार्डन हाई इंटरनेशनल स्कूल की दसवीं कक्षा की छात्रा शिवांगी विश्वास पिछले चार साल से ताइक्वांडो सीख रही है.
जानकारी के लिए हम बता दें कि ताइक्वांडो के इतिहास में पहली बार इस तरह यानी की वर्चुअल ताइक्वांडो चैम्पियनशिप का आयोजन किया गया. दुनिया भर के 302 खिलाड़ियों ने चैंपियनशिप में हिस्सा लिया और इस महामारी की स्थिति के दौरान घर पर प्रदर्शन करके अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया. शिवांगी ने कहा कि मुझे यकीन है कि ताइक्वांडो मेरे शाररिक और मानसिक विकास में मदद करेगा. वह भविष्य में भारतीय आर्मी में जाना चाहती है. शिवांगी के पिता पूर्व आर्मी ऑफिसर रह चुके हैं. पिता भी ताइक्वांडो में काफी दिलचस्पी रखते हैं. वह ताइक्वांडो में सेकेंड ब्लैक बेल्ट डान हैं.
भारत के दस प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया जिसमें 3 स्वर्ण, 3 रजत और 3 कांस्य पदक जीते. भारतीय टीम के कोच ग्रैंड मास्टर प्रदीप्त कुमार रॉय ने कहा कि हमें पदक विजेताओं पर गर्व है. लॉकडाउन के बावजूद वे अपने दम पर अभ्यास करते रहे और नियमित रूप से ऑनलाइन कक्षाओं में भी हिस्सा लिया.
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