अमेठी. देश में चारों ओर से विरोध झेल रही फिल्म पद्मावती के विरोध में इस बार अमेठी से आवाज़ उठी है. क्षत्रिय महासभा ने फिल्म के विरोध में जनसभा आयोजित की और रोड मार्च भी निकाला. क्षत्रिय महासभा अमेठी ने फिल्म में रानी पद्मावती के इतिहास को तोड़-मरोड़कर दिखाने का आरोप लगाया है.
सोमवार को भारत स्वाभिमान सभा के बैनर तले क्षत्रिय महासभा द्वारा आयोजित जनसभा में पदाधिकारियों ने कहा कि “फिल्म यदि रिलीज होती है तो, इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ सकता है. इसके लिए सरकार और जिला प्रशासन दोनों जिम्मेदार होंगे. रानी पद्मिनी इस देश का गौरव है उनका शौर्य और पराक्रम इस देश की विरासत है और इस फ़िल्म द्वारा इतिहास में हो रही छेड़छाड़ को हम कतई बर्दाश्त नही करेंगे इसके हम आर पार की लड़ाई लड़ेगें.” मंच पर से कहा गया कि, "राजपूताना के लिए जौहर करने वाली महान विभूतियों में शुमार रानी पद्मिनी का फिल्म में गलत चित्रण किया गया है. फिल्म में पद्मावती को एक प्रेमिका का रूप देकर दर्शाया गया है, जो सत्य से परे है. यह मां स्वरूपा महारानी का अपमान है."
क्षत्रिय महासभा ने भारत स्वाभिमान के बैनर तले रोड मार्च और जनसभा करने के लिए प्रशासन से अनुमति मांगी थी. प्रशासन द्वारा इस आयोजन के लिए आयोजक मंडल को सशर्त अनुमति दी गई थी, जिसमें विरोध के दौरान किसी प्रकार के पुतला दहन की अनुमति नही दी गई थी.
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