वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद को लेकर इस समय खलबली मची हुई है। जी दरअसल उन्होंने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है और उनके इस्तीफा देने के बाद अब सियासत तेज हो गई है। जी दरअसल अब इसको लेकर विभिन्न पार्टियों के नेता अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। इन सभी के बीच भारतीय जनता पार्टी के नेता कुलदीप बिश्नोई ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि, 'यह कहना गलत नहीं होगा कि कांग्रेस आत्म-विनाश, आत्मघाती मोड में है। मेरा सुझाव है कि राहुल गांधी अपने अहंकार को अलग रखें। गुलाम नबी आजाद भाजपा में आते हैं तो उनका स्वागत है। पार्टी मुझसे पूछे तो मैं उन्हें पार्टी में शामिल होने के लिए मना सकता हूं। मैं उन्हें किसी भी हाल में मना लूंगा बस पार्टी मुझे जिम्मेदारी दे।'
आप सभी को बता दें कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने आज पार्टी से सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। जी दरअसल वह काफी लंबे समय से पार्टी की नीतियों को लेकर नाराज चल रहे थे। वहीं असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि, 'गुलाम नबी आजाद का पत्र और 2015 में मेरे द्वारा लिखे गए पत्र को अगर आप पढ़ेंगे तो आपको काफी समानताएं मिलेंगी। कांग्रेस में सभी जानते हैं कि राहुल गांधी अपरिपक्व हैं। सोनिया गांधी पार्टी की देखभाल नहीं कर रही हैं, वह केवल अपने बेटे को बढ़ावा देने की कोशिश कर रही हैं। यह एक व्यर्थ प्रयास है। नतीजतन, पार्टियों के प्रति वफादार लोग इसे छोड़ रहे हैं। मैंने भविष्यवाणी की थी कि कांग्रेस के लिए एक समय आएगा जब केवल गांधीवादी हिस्से में रहेंगे और यह हो रहा है। राहुल गांधी वास्तव में भाजपा के लिए वरदान हैं।'
दूसरी तरफ जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि, 'इंदिरा गांधी जी के वक्त से गुलाम नबी आजाद इनर कैबिनेट के सदस्य थे। आज भी सोनिया गांधी के बहुत करीब थे। यह बड़े अफसोस की बात है कि ऐसा क्या हो गया कि इन्हें इतना बड़ा फैसला लेना पड़ा।'
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