नई दिल्ली: वायु प्रदूषण के जहर से आधा भारत जूझ रहा है. दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, पंजाब, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, बिहार सहित लगभग आधे हिंदुस्तान की आबोहवा में आवाम का दम घुट रहा है. दिल्ली-एनसीआर में तो प्रदूषण सीवियर कंडीशन तक पहुंच चुका है. हर सुबह धुंध के छंटने की प्रतीक्षा होती है. ऐसे में जहां केंद्र और राज्य सरकार प्रदूषण को कम किस तरह किया जाए इस पर मंथन कर रही हैं, वहीं, यूपी की योगी सरकार के मंत्री सुनील भराला के प्रदूषण कम करने को लेकर दिए गए बयान की कड़ी आलोचना हो रही है.
भराला के बयान पर पूर्व आप नेता और कवि कुमार विश्वास ने भी ट्विटर पर तंज कसा है. कवि कुमार विश्वास ने ट्वीट करते हुए एक वीडियो साझा किया है, इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि, 'ये @NobelPrize वाले भी बड़े पक्षपाती हैं ! ऐसे-ऐसे युग-वैज्ञानिक सरकार चला रहे हैं और इन्हें एक नोबेल तक नहीं देती ? जब सारे देवता इंद्र के भरोसे हैं तो फिर हम भारतीयों की क्या बिसात?'
दरअसल, प्रदूषण के बढ़ते स्तर को कम करने के लिए योगी के मंत्री सुनील भराला ने एक बयान दिया था. उन्होंने एक कहा कि यदि हमें प्रदूषण को कम करना है तो इसके लिए सरकार को यज्ञ का सहारा लेना चाहिए. ताकि इस यज्ञ से इंद्र देव प्रसन्न हों और बारिश करवाएं. उन्होंने कहा था कि पराली जलाना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है और इससे इस तरह का प्रदूषण नहीं होता. उन्होंने कहा कि, किसानों ने हमेशा से पराली जलाने का काम किया है और प्राकृतिक प्रक्रिया की बार-बार आलोचना करना दुर्भाग्यपूर्ण है.
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