प्रयागराज में आयोजित हो रहे कुंभ मेले में आए दिन कोई ना कोई साधु बाबा अपने लुक के कारण या कोई खास कारनामे के कारण चर्चाओं में आ ही जाते हैं. यहाँ आने वाले साधु से लेकर साध्वियों, सबकी अपनी अलग दिलचस्प कहानी है. ऐसे में कुंभ में इन दिनों एक अद्भुत स्वामी की खूब चर्चा हो रही है. ये अपने रूप के साथ-साथ वेशभूषा के कारण भी सुर्खियों में बने हुए हैं.
जिन स्वामी जी के बारे में हम आपको बता रहे हैं वो ऊपर से लेकर नीचे तक फूल माला रुद्राक्ष से लदे रहते हैं. इन स्वामी जी को देखने के लिए लोग देश विदेश से आते ही रहते है. इन स्वामी जी ये अद्भुत कला है की ये अपने चेहरे पर पेंटिंग कर मोतियों की माला लगाते हैं. जी हाँ... साथ ही ये सिर के ऊपर एक अनोखी पगड़ी पहनते हैं और इस वेशभूषा में जिस तरफ से भी ये गुजरते हैं लोग बस इन्हें देखते ही रह जाते हैं.
ये हर वक्त हरे रामा हरे कृष्णा का गीत ही गाते रहते हैं. इस बारे में स्वामी जी का कहना है कि, १'3 साल पहले महाकाल ने उन्हें दर्शन दिए थे, तभी से उन्होंने यह रूप धारण कर लिया और हमेशा इसी तरह से रहते हैं.' उन्होंने बताया की इस रूप को धारण करने के लिए उन्हें 7 घंटे लगते हैं. वो सुबह 3:00 बजे श्रंगार करना शुरू करते हैं और फिर ये 10:00 बजे तक चलता है. इसके बाद ही स्वामी जी विचरण करना शुरू करते हैं. उन्होंने बताया की वो उज्जैन से पैदल चलकर प्रयागराज तक आए हैं.
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