भारतीय सिनेमा के महान गायकों में से एक कुंदन लाल सहगल की आज 115वीं जन्मतिथि है. आपको बता दें, कुंदन लाल सहगल या केएल सहगल फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार थे. उन्होने 'जब दिल ही टूट गया', 'एक बंग्ला बने न्यारा', 'मैं क्या जानूं क्या जादू' जैसे गाने गाए थे. उनके गानों से उन्हें आज भी याद रखा जाता है. इतना ही नहीं, एक दशक से लंबे करियर में उन्होंने हिंदी, बंगाली और तमिल की 36 फिल्मों में काम किया और 185 गाने गाए. उन्होंने हिंदी, बंगाली और तमिल के अलावा पंजाबी, उर्दू और फारसी में भी गाने गाए.
केएल सहगल का जन्म 11 अप्रैल को 1904 में जम्मू में हुआ था. उनके पिता अमरचंद सहगल जम्मू-कश्मीर के राजा के दरबार में काम करते थे और उनकी मां धार्मिक प्रवृत्ति की थी और उन्हें संगीत में गहरी दिलचस्पी थी. केएल सहगल ने गायकी की दुनिया में आने से पहले रेलवे में और बतौर सेल्समैन भी काम किया था. इसके बाद संगीत से उनकी दुनिया बदली और एक बेहतरीन गायक बन गए. 1930 में संगीतकार रायचंद बोराल से मिलने के बाद केएल सहगल का संगीत की दुनिया में पदार्पण हुआ. उन्होंने गज़लों में हाथ आजमाया और दिल को छू लेने वाले कई गज़ल गाए.
गायकी के बाद उन्होंने फिल्में भी कीं. उनकी पहली फिल्म 'मोहब्बत के आंसू' 1932 में आई जो उर्दू में थी. इसके बाद उन्होंने जिंदा लाश, सुबह के सितारे, देवदास और चंडीदास जैसी फिल्मों में काम किया. देवदास उनकी सुपरहिट फिल्म रही. उन्होंने आशा रानी से शादी की, उनके 1 बेटा और दो बेटियां हुईं. संगीत प्रेमी उनके दीवाने थे. लेकिन केएल सहगल इस दुनिया में ज्यादा दिनों तक रहने वाले नहीं थे. उन्हें शराब पीने की आदत थी. इसका उनके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ा. 1947 में 42 साल की उम्र में उनका निधन हो गया.
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