कुशीनगर: उत्तरप्रदेश के कुशीनगर में हुए स्कूल वेन हादसे से पूरा देश में शोक लहर है, इस हादसे में अभी तक 13 मासूम बच्चों की जान जा चुकी है, लेकिन कई लोगों के मन में यह सवाल भी उठ रहा है कि आखिर ट्रेन के सामने स्कूल वेन पहुंची कैसे ? अब मामले की जांच में पता चला है कि वैन का ड्रायवर मोबाइल के इयरफोन कान में लगा कर गाना सुन रहा था. वैन उस जगह से भी निकली जहा वैन के काबिल जगह ही नहीं थी. सरकार और राज्य सरकार ने मुआवजे का एलान किया है. आज ही सुबह रेलवे की तरफ से एक और घोषणा की गई थी , कि कुछ ट्रेनों के डिब्बों का रंग बदला जाएगा, लेकिन क्या रंग बदलना इन मूलभूत कार्यों से ज्यादा जरुरी है.
हादसे के बाद यूपी मुख्यमंत्री ने कहा 13 छात्र मारे गए, 4 छात्र और वैन ड्राइवर गंभीर रूप से घायल हो गए. उन्हें बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया जाता है. जिम्मेदार लोगों को पकड़ने के लिए जांच की जाएगी. मैंने रेल मंत्री से मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग के तरीकों के बारे में भी बात की है. पहली नज़र में यह वैन चालक की गलती प्रतीत होती है, उसके पास इयरफ़ोन था और उसकी उम्र पर भी सवाल हैं. नियम का पालन क्यों नहीं किया गया इसकी जांच होगी. जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
हादसे पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी दुःख जताया है. उन्होंने लिखा उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में निर्दोष स्कूली बच्चों को ले जाने वाली बस के साथ हुई भयानक दुर्घटना के बारे में जानने के बाद दुःख हुआ. मेरी संवेदनाये बच्चों के परिवारों के साथ है. वही मामले पर पक्ष विपक्ष की ओर से सियासत भी शुरू हो चुकी है.
कुशीनगर: 13 मासूमों की मौत का जिम्मेदार कौन ?
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