जींद : जिले के गांव खेड़ा खेमावती में रविवार को मिट्टी में दब जाने से 2 महिला मजदूरों की मौत हो गई, जबकि 8 अन्य घायल हैं। इनमें से भी दो घायलों को हालत ज्यादा गंभीर होने के चलते रोहतक पीजीआई रेफर करना पड़ा। बताया जाता है कि यहां मनरेगा के तहत खुदाई का काम चल रहा था। प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर हालात का जायजा लेने के बाद आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। डीसी ने मामले की जांच एडीसी को सौंपी है।
इंदौर : शराब की एक दुकान में लगी आग, जिंदा जला युवक
इस तरह हुआ दर्दनाक हादसा
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मरने वाली महिला मजदूरों की पहचान गांव खेड़ा खेमावती की रहने वाली लगभग 65 वर्षीय चमेली और 28 साल की निशा के रूप में हुई है। मिली जानकारी के अनुसार गांव में मनरेगा के तहत पंचायती जमीन पर मिट्टी की खुदाई का काम चल रहा है। रविवार को 27 मजदूर काम पर लगे थे। अचानक मिट्टी खिसक जाने से यहां काम कर रहे 8 मजदूर उसके नीचे दब गए। आनन-फानन में मजदूरों को निकाले जाने की कोशिशें शुरू हुई।
मुंबई हमलों के बाद रक्षात्मक कदम उठाने चाहिए थे : सीतारमण
रोहतक किया गया रैफर
जानकारी के मुताबिक कड़ी मशक्कत के बाद एक-एक करके सभी को निकाल लिया गया। इनमें से चमेली और निशा को अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टर्स ने मृत घोषित कर दिया। दो को गंभीर हालत में पीजीआई रोहतक रेफर किया गया है, वहीं बाकी 5 का स्थानीय स्तर पर ही उपचार चल रहा है। इसी बीच पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। जींद के डीसी ने भी मौके का जायजा लिया।
कुछ इस तरह उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने बताया राष्ट्रवाद का मतलब
अजमेर : ट्रांसफॉर्मर में हुआ जोरदार धमाका, भीषण आग लगने से राख हुई कई दुकानें