लॉकडाउन और कोरोना संकट के बीच दिल्ली से विमान के जरिये बिहार पहुंचने में 10 प्रवासी मजदूरों को भले सिर्फ दो घंटे का समय लगा हो, लेकिन अपने परिवार से मिलने के लिए उन्हें अभी दो सप्ताह और इंतजार करना होगा क्योंकि अधिकारियों ने उन्हें पृथक वास में रखा है. इन मजदूरों को दिल्ली के उनके नियोक्ता ने गृह राज्य भेजने के लिए सारा प्रबंध किया.
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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि समस्तीपुर के पृथक-वास केंद्र से एक प्रवासी नवीन राम ने शुक्रवार को बताया कि दिल्ली रेड जोन में आता है इसलिए बिहार के समस्तीपुर में अधिकारियों ने सभी को पृथक वास में रहने का निर्देश दिया है. हालांकि, दिल्ली से रवाना होने से पहले उनकी चिकित्सा जांच हुई थी और स्वास्थ्य प्रमाणपत्र भी दिया गया था.
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अपने बयान में उन्होंने कहा कि आखिरी बार उन्होंने अगस्त में बेटे को देखा था, वह तब तीन महीने का था, लेकिन विमान से गृह राज्य आने के बाद भी बेटे से मुलाकात में देर लगेगी. साथ ही, नवीन ने कहा, 'हमारे मालिक ने हम लोगों की सभी चिकित्सीय औपचारिकताएं पूरी करवाईं. हमारे पास दिल्ली के अधिकारियों की ओर से जारी स्वास्थ्य प्रमाणपत्र भी है लेकिन यहां अधिकारियों ने कहा कि हमें पृथक-वास में रहना होगा.' साथ ही, दिल्ली में मशरूम की खेती करने वाले किसान पप्पन सिंह ने अपने सभी श्रमिकों को बिहार भेजने के लिए विमान के टिकट से लेकर पटना हवाईअड्डे से उनके समस्तीपुर जाने तक का पूरा प्रबंध करवाया. सिंह ने दिल्ली की भी सभी औपचारिकताओं को पूरा करवाकर बृहस्पतिवार को उनके गृह राज्य बिहार भिजवाया.
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